प्रदीप गुप्ता/नर्मदापुरम/ 25 जून 1975 को रात 12 बजे आजाद भारत में लोकतंत्र की हत्या कर आपातकाल लगाया गया था। उस आपातकाल में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने संविधान का दुरूपयोग कर कांग्रेस की तानाशाही सरकार की मदद से आपातकाल लगा दिया था। आपातकाल के दौरान लोकतंत्र की रक्षा के लिए जयप्रकाश नारायण जी के नेतृत्व में आंदोलन चलाया गया। इंदिरा गांधी ने विपक्ष के सभी नेताओं, समाजसेवी संगठनों के सदस्यों को आपातकाल की घोषणा के पूर्व ही कारागृह में अनिश्चित काल के लिए बंद कर अंग्रेजों से भी अधिक भीषण यातनाएं दी गई। देश में लोकतंत्र की रक्षा करने वाले लोकतंत्र सैनानियों के लिए 28 वर्ष बाद सन 2006 में एक संघ का गठन किया गया जिसे लोकतंत्री सैनानी संघ कहा गया। संघ के सैनानीयों को म.प्र. सरकार के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा सम्मान निधि भी दी जा रही है। उक्त बात लोकनायक जयप्रकश नारायण की जयंती पर जिला भाजपा कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में लोकतंत्र सैनानी संघ के प्रान्त सह कार्यालय मंत्री सुरेश विनोदे ने कही। कार्यक्रम में संघ के राष्ट्रीय कार्यसमिति सदस्य दिलीप शर्मा ने भी अपने विचार व्यक्त किये। जिला मीडिया प्रभारी अमित माहाला ने बताया कि इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष माधवदास अग्रवाल, पिपरिया विधायक ठाकुरदास नागवंशी, जिला महामंत्री प्रसन्ना हर्णे, जिला कोषाध्यक्ष लोकेश तिवारी द्वारा लोकतंत्र सैनानियों का पुष्पहार से स्वागत किया गया। कार्यक्रम का संचालन लोकतंत्र प्रहरी संघ के संभाग प्रभारी नीरज बरगले ने किया व आभार दीपक हरिनारायण अग्रवाल ने माना। कार्यक्रम की अध्यक्षता लोकतंत्र सैनानी संघ के जिलाध्यक्ष रामाश्रय वाजपेयी ने की। कार्यक्रम में लोकतंत्र सैनानी संघ के शम्भू सोनकिया, चंद्रमोहन सैनी, जिला सचिव वीरेन्द्र द्विवेदी सहित घनेन्द्र राने, मंडल मंत्री मनीष परदेशी, अ.जा. मोर्चा कार्यालय मंत्री राम सागर, जयबाला निगम उपस्थित थे।