नई दिल्ली : चीन में तबाही मचाने वाला कोरोना वायरस का बीएफ.7 वेरिएंट अब भारत पहुंच चुका है। इस वेरिएंट के भारत में तीन मरीज मिले हैं। ऐसे में भारत सरकार ने भी नए वेरिएंट को लेकर एडवाइजरी जारी की है। इस वेरिएंट को मौजूदा समय में सबसे ज्यादा संक्रामक माना जा रहा है। गुजरात में दो और ओडिसा में एक मरीज में इस वेरिएंट की पुष्टि हुई हैं ।
भारत सरकार ने जारी की अडवाइजरी, राज्यों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं ।
BF.7 के बारे में हम क्या जानते हैं
जब वायरस म्यूटेट होते हैं तो वे अपने वेरिएंट और सब-वेरिएंट बनाते हैं। जैसे- SARS-CoV-2 वायरस का मुख्य तना है और उसकी अलग-अलग वेरिएंट और सब-वेरिएंट के तौर पर शाखाएं निकली हैं। BF.7 भी BA.5.2.1.7 के बराबर है, जो ओमीक्रोन के सब-वेरिएंट हैं। इस महीने की शुरुआत में सेल होस्ट एंड माइक्रोब जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में बताया गया है कि BF.7 सब-वेरिएंट में ओरिजिनल D614G वेरिएंट की तुलना में 4.4 गुना ज्यादा न्यूट्रलाइजेशन रेजिस्टेंस है। इसका अर्थ यह है कि वैक्सीनेटेड लोगों के शरीर में मौजूद एंटीबॉडी 2020 में दुनियाभर में फैले कोरोना वायरस की तुलना में BF.7 को नष्ट करने में बहुत कम सक्षम है।
BF.7 वेरिएंट के लक्षण क्या हैं
इस वेरिएंट के लक्षण ओमीक्रोन के दूसरे सबवेरिएंट के समान हैं। इससे संक्रमित व्यक्ति में बुखार, खांसी, गले में खराश, नाक बहना, थकान, उल्टी और दस्त के लक्षण दिख सकते हैं। यह सब-वेरिएंट कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों के लिए गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। BF.7 सब-वेरिएंट अपने क्लास में अब तक ज्ञात अन्य सभी की तुलना में सबसे अधिक संक्रामक है। माना जाता है कि यह वेरिएंट काफी तेजी से फैल रहा है और उन लोगों को भी संक्रमित कर सकता है, जिन्होंने वेक्सीन ली हुई है। वैज्ञानिकों को आशंका है कि BF.7 सब-वेरिएंट का रिप्रोडक्शन नंबर यानी R 10 से 18.6 है। इसका मतलब यह है कि BF.7 से संक्रमित व्यक्ति 10 से 18.6 लोगों को कोरोना संक्रमित कर सकता है।