नर्मदापुरम : पिपरिया में एक नाबालिग 13 साल की उम्र की बालिका पर हुए दो युवकों द्वारा नशीली दवा पिलाकर रेप की वारदात का मामला गंभीर होते जा रहा है। एक और बच्चों के परिजनों पिपरिया पुलिस पर आरोप लगाए हैं कि उन्होंने वारदात करने वाले युवकों पर अधूरी कार्रवाई करते हुए उन पर कड़ी कार्यवाही नहीं कि हैं जिससे पिपरिया के लोगों में काफी आक्रोश है। इस प्रकरण पर अखिल भारत हिंदू महासभा आगे आया है जिसके प्रदेश सह सदस्यता प्रभारी प्रमोद शर्मा ने कहा है कि पिपरिया में रहने वाला एक परिवार जिसकी 13 साल की बच्ची 4 जून से घर से लापता हो गई थी उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट 5 जून को पिता ने स्टेशन रोड थाने में दर्ज कराई थी। 6 जून को पुलिस ने बच्ची को उसके रिश्तेदार के पास से खोज निकाला था। किंतु पुलिस ने बिना मेडिकल कराए बच्ची को परिजन को सौंप दिया एवं पुलिस ने अपहरण एवं बहला फुसला कर भाग ले जाने के आरोप में उस युवक को जेल भेज दिया। जबकि हकीकत यह है कि बच्ची को जिसने भगाया था उसने पहले नशीली दवा खिलाई थी फिर दोंनो युवकों ने उसके साथ रेप किया। इसकी शिकायत जिन्होंने पुलिस से की किंतु पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया लेकिन किसी भी प्रकार की जांच एवं कार्रवाई नहीं की । उन्होंने कहा है कि बच्ची के परिजनों को अपराधियों की तरफ से धमकी मिल रही है । अतः आज हमने नर्मदापुरम पुलिस अधीक्षक को दोषियों के प्रति कार्रवाई हेतु आवेदन दिया है और यह मांग कर ही है कि दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए । इस संबंध में पुलिस अधीक्षक ने कहा है कि धारा 164 के अंतर्गत न्यायालय में बच्ची के बयान लेकर आगे कार्रवाई की जाएगी। कार्यवाही का आवेदन देने के दौरान हिंदू महासभा से राजा प्रजापति, सतीश कुचबंदिया, रितिक बेलिया, केशव बाकरिया, अजय केवट, नरेश मेहरा, आकाश जोते, आमिर, लक्की उपस्थित रहे।