Bangladesh Violence: पड़ोसी देश बांग्लादेश में हुआ हसीना सरकार का तख्तापलट ?-जानिए
हिंसा के मद्देनजर बांग्लादेश की PM शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर ढाका छोड़ा, सेना ने संभाला मोर्चा
Bangladesh Violence: भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में हालात बिगड़ गए हैं। जनता के हिंसक प्रदर्शन के चलते शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा है और देश भी छोड़ना पड़ गया है। हिंसक आंदोलन करते हुए प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री आवास पर ही कब्जा कर लिया है। बांग्लादेश की कमान अब सेना के हाथ में है। आखिर बांग्लादेश की जनता में हसीना सरकार के खिलाफ इतना गुस्सा क्यों था आइए जानते हैं-
इसलिए शुरू हुआ था हसीना सरकार के खिलाफ प्रदर्शन
बांग्लादेश में छात्रों का विरोध प्रदर्शन पिछले महीने एक विवादास्पद सरकारी नौकरी कोटा योजना के खिलाफ शुरू हुआ था। जोकि बाद में सरकार विरोधी आंदोलन में बदल गया। यह हिंसक विरोध प्रदर्शन देश की सिविल सेवा नौकरियों के लिए कोटा प्रणाली में सुधार की मांग को लेकर है, जो विशिष्ट समूहों के लिए पद आरक्षित करता है, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ 1971 के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के वंशज भी शामिल हैं जिसमें उन्हें 30 फीसदी आरक्षण दिया गया था।
सरकार के फैसले के खिलाफ आंदोलन करते हुए प्रदर्शनकारी लगातार प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। 21 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद माना जा रहा था कि ये विरोध प्रदर्शन बंद हो जाएगा। मगर ऐसा नहीं हुआ और ये आंदोलन और भी हिंसक होता चला गया।
प्रदर्शनकारियों ने शेख मुजीबुर रहमान की मूर्ति भी तोड़ी
सरकार की फैसले के विरोध में हिंसक प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश को स्वतंत्र करने वाले प्रथम नागरिक शेख मुजीबुर रहमान की मूर्ति भी तोड़फोड़ कर दी।
हिंसक प्रदर्शन के कारण देश में हो रहीं मौतों के मद्देनजर सोमवार को शेख हसीना ने बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद पूरे बांग्लादेश बॉर्डर पर 24 घंटे का अलर्ट जारी है और अब सेना अंतरिम सरकार बनाने जा रही है। सेना चीफ ने प्रदर्शनकारियों से शांति की अपील कर कहा है कि हम एक सुंदर बांग्लादेश बनाएंगे।
यहां बाद नोट करने वाली है कि बांग्लादेश सरकार तख्तापलट में पाकिस्तान का कहीं ना कहीं से हाथ है जो आंदोलनकारी प्रदर्शनकारियों को पाकिस्तान के समर्थन और साथ सहयोग से नकारा नहीं जा सकता…
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बांग्लादेश में आरक्षण को लेकर शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन अब पूरी तरह से हिंसा में तब्दील हो चुका है. हिंसा के बीच सोमवार को पड़ोसी देश में तख्ता पलट हो गया. शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और देश छोड़कर चली गई हैं. उनके इस्तीफे के बाद बांग्लादेश सेना के प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. सेना प्रमुख ने कहा, “पीएम शेख हसीना के इस्तीफा के बाद अब अब हम शासन करेंगे. अंतरिम सरकार का गठन करके देश चलाएंगे. हमारे देश का नुकसान हो रहा है. संपत्ति का नुकसान हो रहा है. मुझे दायित्व दीजिए, मैं सब संभाल लूंगा.”
जनरल वकार-उज-जमान ने कहा कि आपकी जो मांग है, उसे हम पूरा करेंगे. देश में शांति वापस लाएंगे. हम इस देश को अंतरिम सरकार से चलाएंगे.” उन्होंने प्रदर्शनकारियों से कहा, “तोड़फोड़-आगजनी मारपीट से दूर रहिए. आप लोग हमारे साथ मिलकर चलेंगे, तो हालात सुधरेंगे. मारपीट हिंसा से कुछ नहीं मिलेगा. संघर्ष और अराजकता से दूर रहिए.”
सेना प्रमुख ने कहा, “जो हत्या हुई उस पर न्याय होगा. हमने सभी दलों से बात की. हमने एक अच्छी बातचीत की. अब सब शांति से होगा.”
प्रदर्शनकारियों ने अवामी लीग चीफ शेख हसीना के दफ्तर में लगाई आग
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, शेख हसीना के देश छोड़ने के बाद प्रदर्शनकारियों ने अवामी लीग चीफ शेख हसीना के दफ्तर को भी आग के हवाले कर दिया है. इसके बाद प्रदर्शनकारी पीएम आवास में घुस आए.
भीड़ ने तोड़ दी बंग बंधु शेख मुजीर्बरहमान की प्रतिमा
भीड़ ने ढाका में शेख हसीना के पिता और बंग बंधु के नाम से पहचाने जाने वाले शेख मुजीर्बरहमान की प्रतिमा को भी तोड़ दिया. शेख मुजीर्बरहमान बांग्लादेश के जनक थे.
देशभर में लगाया गया कर्फ्यू
इस बीच सरकार ने हिंसा पर काबू पाने के लिए देशभर में कर्फ्यू लगा दिया है. स्कूल-कॉलेजों और मार्केट में 3 दिनों की छुट्टी का ऐलान किया गया है. हिंसा को देखते हुए कई ट्रेनों का ऑपरेशन अगले आदेश तक रोक दिया गया है. कपड़ा फैक्ट्रियों में भी ताला लग गया है. पुलिस ने लोगों को जहां तक हो सके, घरों में रहने को कहा है. BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, सोमवार सुबह 11 बजे देश में इंटरनेट पूरी तरह बंद कर दिया गया था. हालांकि, कुछ देर बाद इंटरनेट चालू कर दिया गया.
DMP commissioner urges people to stay at home#Curfew #Violation #Movement #Bangladesh https://t.co/wQnWMGN2RV
— Dhaka Tribune (@DhakaTribune) August 5, 2024
Curfew violators will face full force of law, DMP chief warns
https://www.dhakatribune.com/353710
रविवार को हिंसक झड़पों में 90 लोगों की हुई मौत
ढाका से मिली खबरों के अनुसार, रविवार को बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में सुरक्षा बलों के जवानों और सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों के बीच भीषण झड़पों में 14 पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 90 लोग मारे गए. प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.
किसलिए शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन और ये हिंसा में कैसे बदला
बांग्लादेश में आरक्षण के मुद्दे को लेकर कई बार हिंसा भड़की थी. यह विरोध प्रदर्शन देश की सिविल सेवा नौकरियों के लिए कोटा प्रणाली में सुधार की मांग से को लेकर है, जो विशिष्ट समूहों के लिए पद आरक्षित करता है, जिसमें पाकिस्तान के खिलाफ 1971 के स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वालों के वंशज भी शामिल हैं. प्रदर्शनकारियों की मांग थी कि 1971 के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों के लिए सरकारी नौकरियों में 30 फीसदी आरक्षण प्रणाली को खत्म किया जाए.
https://x.com/ANI/status/1820401168281137454
अब तक 11 हजार लोग अरेस्ट
पहले जब हिंसा भड़की, तब सुप्रीम कोर्ट ने इसकी सीमा को कम कर दिया था. लेकिन धीरे-धीरे विरोध प्रदर्शन तेज होते गए. हिंसक झड़पें बढ़ती गईं. फिर ये हिंसक प्रदर्शन सरकार विरोधी आंदोलन में बदल गया. इस बीच प्रदर्शनकारियों ने पीएम शेख हसीना के इस्तीफे की मांग की. ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, हिंसा में अब तक 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. हिंसक झड़पों में पुलिस ने 11 हजार से ज्यादा आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.