टीकमगढ़ । मुस्लिम समाज के लिए पाक माह-ए-रमजान में रोजे रखने के बाद महीने के अंत में ईद-उल-फितर का त्योहार आता है जिसे मुस्लिम समाज द्वारा बड़े ही शानदार तरीके से मनाया जााता है।यह त्योहार न केवल इबादत और शुक्राने का दिन है, बल्कि भाईचारे, मोहब्बत और खुशियों को बांटने का भी मौका है। इस मौके पर घरों में खास पकवान बनते हैं और लोग एक दूसरे के घर जाते हैं. ईद-उल-फितर का त्योहार चांद दिखने पर मनाया जाता है. इस्लामिक चंद्र कैलेंडर में नौवां महीना रमजान है, और दसवां शव्वाल है जिसका अर्थ है ‘उपवास तोड़ने का त्योहार’. शव्वाल महीने का पहला दिन मुसलमानों द्वारा ईद-उल-फितर के रूप में मनाया जाता है।इबादत करने और खुदा के करीब जाने के बाद यह दिन अल्लाह की तरफ से एक इनाम के तौर पर आता है। बाजारों में चहल-पहल बढ़ जाती है, नए कपड़े, मिठाइयां और सेवइयों की खुशबू माहौल को और खुशनुमा करती है। मस्जिदों में नमाज के बाद लोग गले मिलते हैं, एक-दूसरे को ईद की मुबारकबाद देते हैं और जरूरतमंदों की मदद करके इस त्योहार को और पाक बनाते हैं। बता दें कि रमजान के पाक महीने की शुरुआत 2 मार्च से हुई थी। रमजान के पूरे महीने में रोजेदार रोजा रखते हैं। मगर इस बार चांद का दीदार 30 मार्च को हुआ है इस बार ईद का त्योहार 31 मार्च यानि आज सोमवार को मनाया जाएगा। जिला अंजुमन इस्लामिया कमेटी सदर मोहम्मद रज्जाक ने बताया कि ईदुल फितर की नमाज सुबह 8 बजे ईदगाह में पढ़ी जाएगी नमाज: इस बार चांद नजर आने पर ईद की नमाज ईदगाह में सुबह 8 बजे से होगी । वहीं जमा मस्जिद बड़ा मजार मस्जिद मऊचुंगी कादरी मस्जिद कुमैदान मस्जिद शेखों का मुहल्ला भिश्तियान मस्जिद पुराना बस स्टेण्ड में ईद की नमाज 8 वजकर 15 मिनट पर अता की जाएगी। साथ ही शहर केे सुल्तान खां मस्जिद नूरानी मस्जिद बड़ी तकीया मस्जिद नजाई मस्जिद चिश्तिया मस्जिद ईद की नमाज 8 बजकर 30 मिनट पर अता की जाएगी।