नर्मदापुरम / आचार्य प्रवर भाव लिंगी संत तारण स्वामी का 510 वा समाधि दिवस गुरु परवी मनाया गया। इस अवसर पर श्री तारण तरण दिगंबर जैन चैत्यालय में पाठशाला के बच्चों ने प्रस्तुति दी। मंगलाचरण की प्रस्तुति इशिता, पंखुड़ी सुविधि और मिशा बैसाखिया ने दी। आचार्य तरण स्वामी द्वारा रचित चौदह गृन्थो पर सामूहिक गीत, सर्वज्ञ जैन, आरव जैन, सुविधि जैन मिशा बैसाखिया, शिवांश जैन, नित्यम जैन ने भजन, स्वस्ति जैन ने आचार्य तारण स्वामी जी का जीवन परिचय। आरव जैन ने भजन, निमेष जैन ने कविता और आर्वीजैन ने चौदह गृन्थो के नाम विस्तार पूर्वक बताए। दिव्यांश जैन ने सुंदर कविता का पाठ किया। कुहू जैन, मोक्षा जैन, अविरल जैन, दीक्षा जैन, जयम जैन, विहान जैन, ग्रेसी जैन, पराग जैन, श्रेय जैन, अनर्व जैन,
ने भी भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन सुभाष गिल्ला ने किया। तरण तरण दिगंबर जैन समाज की पाठशाला की संरक्षक शिक्षिका श्रीमति विद्या और शिक्षिका श्रीमती अर्चना सुबोध जैन नियमित रूप से बच्चों को पाठशाला में धार्मिक संस्कार देती आ रही है। इस अवसर पर समाज के सभी वरिष्ठ पुरुष एवं महिलाएं उपस्थित थे। श्रीमती अर्चना सुबोध जैन और श्रीमती शालिनी मयंक जैन तुमसर की ओर से बच्चों को पुरस्कार दिए गए। अंत में श्रीमती वंदना समैया द्वारा बच्चों के साथ जीवन में पाठशाला का क्या महत्व है बताया गया, अन्त में भजन के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया।
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