हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा (छदम।नामधारी मुस्लिम महिला), पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में बड़े गिरोह के 6 लोगों के सहित गिरफ्तार.
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तानी के लिए जासूसी कर रहे एक बड़े गिरोह का खुलासा किया है। इसमें 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
नूह से अरमान , मलेरकोटला पंजाब से गजाला नामक मुस्लिम विधवा, यामीन मोहम्मद, कैथल से देविंदर सिंह ढिल्लों और फेमस यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा है। इसमें सबसे बड़ा नाम ज्योति मल्होत्रा है।
बीते दिनों मीडिया पर खबरें चली थी कि
हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में गिरफ्तार। उन पर ISI को भारतीय जानकारी देने का आरोप है। जांच में छह लोग गिरफ्तार हुए और पाकिस्तानी उच्चायोग के कर्मचारी दानिश का नाम सामने आया। पूछताछ में ज्योति ने जासूसी कबूली, वीडियो बनाने को बहाना बताया और पाकिस्तानी हैंडलर के इशारे पर काम करने की बात कही। उन्होंने शाकिर नामक एजेंट से संपर्क बनाए रखा और उसके साथ बाली भी गईं। अपने यूट्यूब चैनल का इस्तेमाल पाकिस्तान की सकारात्मक छवि पेश करने और संवेदनशील जानकारी जुटाने के लिए किया। उनका पाकिस्तान उच्चायोग में डिनर पार्टी का वीडियो भी वायरल हुआ। लेकिन यह वास्तव में छद्मनाम ज्योति मल्होत्रा युटुबर ने लोगों को धोखा देने के लिए रखा था। इसकी वास्तविकता नूह से अरमान , मलेरकोटला पंजाब से गजाला नामक मुस्लिम विधवा, यामीन मोहम्मद, कैथल से देविंदर सिंह ढिल्लों और फेमस यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा है। इसमें सबसे बड़ा नाम ज्योति मल्होत्रा है।
कैसे पकड़ाई ज्योति:-
हिसार पुलिस के सूत्रों के मुताबिक ज्योति सुरक्षा एजेंसियों की रडार पर तब आई जब उसने 2024 में पाकिस्तान के तुरंत बाद चीन का दौरा किया। ज्योति ने अप्रैल 2024 में करीब 12 दिन का पाकिस्तान का टूर किया था। इसके बाद वह तुरंत जून में चीन चली गई।
चीन में वह ज्वेलरी शॉप से लेकर कई जगह लग्जरी गाड़ियों में घूमी। इससे भारत की सुरक्षा एजेंसियों के उसके मकसद और खर्च को लेकर शक हुआ। जिसके बाद उसकी निगरानी शुरू कर दी गई।
ज्योति ‘ट्रैवल विद जो’ के नाम से यूट्यूब अकाउंट बना रखा था। वह पाकिस्तान को एक्सप्लोर करना चाहती थी। इसके लिए वीजा लेने वह नई दिल्ली स्थित पाकिस्तान एंबेसी में गई। जहां से वो दानिश से मिलीं, नंबर एक्सचेंज किए। फिर बातें बहुत आगे तक बढ़ गईं। दावा किया जा रहा है कि दानिश से उनकी करीबियां बढ़तीं गईं।
2023 में ज्योति को पाकिस्तान का 10 दिन का वीजा मिला। यहँ ज्योति पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों से मिली। ज्योति ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के अधिकारी शाकिर का नंबर “जट रंधावा” नाम से सेव किया था। ताकि किसी को शक ना हो।
भारत लौटने के बाद ज्योति पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों को वॉट्सऐप, स्नेपचैट, टेलीग्राम समेत दूसरे माध्यमों के जरिए खुफिया जानकारियां भेजने लग गई। हालांकि उसने पाकिस्तान को क्या-क्या जानकारियां दीं, इसके बारे में खुलासा नहीं हुआ है। पुलिस ने ज्योति का मोबाइल, लैपटॉप, समेत सारा सामान जब्त कर 5 दिन की रिमांड पर भेज दिया है।
ज्योति को सोशल मीडिया पर पाकिस्तान की सकारात्मक छवि दिखाने का काम सौंपा गया।
वह PIO के एक एजेंट के साथ गहरे संबंध में आ गई और दोनों हाल ही में बाली (इंडोनेशिया) में एक हफ्ता साथ रहे.
किन धाराओं में केस:
ज्योति के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 152 और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 की धारा 3, 4 और 5 के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसमें 3 साल से लेकर उम्र कैद की सजा तक का प्रावधान दिया गया है।
पहलगाम नरसंहार के पहले ज्योति दिसंबर- जनवरी में पहलगाम गई थी। उसके बाद मार्च में पाकिस्तान। ऐसे में कुछ लोग उसका पहलगाम नरसंहार कनेक्शन भी ढूंढ रहे हैं। हालांकि अभी तक जांच एजेंसियों ने ऐसी कोई भी बात नहीं बताई है। इस बारे में अधिक जानकारी का इंतजार है।