नर्मदापुरम / श्री विद्या ललिताम्बा समिति के तत्वाधान एवम आचार्य सोमेश परसाई के सान्निध्य में आयोजित श्री सवाकरोड शिवलिंग निर्माण के द्वितीय दिवस पर पूज्य आचार्य सोमेश परसाई ने शिव भक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि जब सद्गुरु के पास जाएं तो व्यर्थ की चर्चा न करे केवल सारगर्भित बात ही करना चाहिए । मांगे भी तो लौकिक वस्तुएं नही धर्म की चर्चा मांगे, भगवान की सन्निधि मांगे , पूछे तो ये पूछे कि भगवान की कृपा कैसे प्राप्त हो । संत का प्रत्येक क्षण मत्त्वपूर्ण होता है इसकी महत्व को समझते हुए जो ज्ञान भक्ति उनसे अर्जित कर सकते हैं अर्जित कर लेना चाहिए । थाली में अन्न भी नही छोड़ना चाहिए प्रयास करना चाहिए कि एक कण भी थाली में न छुटे ।
आचार्य श्री ने जगतगुरु शंकराचार्य जी का एक दृष्टांत सुनाते हुए कहा कि हम कई बार देवता को पत्थर , मंत्रों को अक्षर और गुरु को मनुष्य मान लेते है जबकि गुरु शिष्य की योग्यता अनुसार अपने शिष्य को गुरुमंत्र देते हैं यदि उस गुरु मन्त्र का श्रद्धापूर्वक जाप किया जाए तो शिष्य रत्नाकर से ब्रह्मर्षि वाल्मीक भी बन सकता है।
आचार्य श्री ने कहा कि सभी सनातनधर्मियों शाकाहार का पालन करना चाहिए।प्रयास कर के लहसुन प्याज का भी त्याग करना चाहिए क्योंकि इनको तामसिक फल माना गया है जो व्यक्ति लहसुन प्याज का सेवन नही करता उसकी बुद्धि स्थिर , मन संयमित रहता है ऐसे लोगो को क्रोध भी नही आता है ।
इसके पश्चात आचार्य श्री ने परिवार पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हम घर बनाने की चाह में घर छोड़ देते हैं । अधिक सुख की चाह में हम दुख को गले लगाने को भी तैयार हैं । हमे आवश्यकता है कि परिवार के लिए थोड़ा समय निकालें ।बच्चो को समय दें । उनके साथ खेलें उनकी समस्या सुने । वृद्ध माता पिता के पास बैठे उनकी बातें सुने उनके अनुभव सुने उनको समझने की कोशिश करें ।
कार्यक्रम का प्रारंभ में प्रातः पंडित पंकज पाठक व घनश्याम शर्मा के निर्देशन में स्वस्तिवाचन मंडल पूजन गौ गणेश गौरी पूजन के साथ प्रारम्भ हुआ तत्पश्चात मंडलादि पूजन, रुद्रपाठ का पाठन किया गया । तत्पश्चात शिवभक्तों ने भक्ति भाव से रुद्री निर्माण किया । इसके पश्चात भगवान शिव का रुद्राभिषेक हुआ । आचार्य श्री ने बताया कि भगवान शिव को अभिषेक , भगवान विष्णु को कीर्तन, देवी को अर्चन सूर्य को अर्घ्य और गणेश जी को तर्पण अत्यंत प्रिय है। जिस किसी के यहां संतान नही है यदि वो एक वर्ष भगवान गणेश को बिना जड़ की 21 दूर्वा अर्पण करता है तो निश्चित ही उसके यहां संतान होती है। धन प्राप्ति के लिए भगवान गणेश पंचामृत से तर्पण करने का भी प्रयोग आचार्य श्री ने शिव भक्तों को बताया । इसके पश्चात भगवान शिव का दूध दही सहित नाना प्रकार के फलों के रस आदि से अभिषेक हुआ ।भगवान की दिव्य भस्म आरती व महाआरती हुई ।
*पत्रकार संघ ने किया आचार्य श्री का सम्मान*
नर्मदांचल पत्रकार संघ द्वारा आचार्य श्री का सम्मान किया गया जिसमें नगर के वरिष्ठ पत्रकार प्रफुल्ल तिवारी , बलराम शर्मा , पत्रकार संघ के अध्यक्ष आशीष दीक्षित, कमलेश चौधरी, प्रदीप गुप्ता , आत्माराम यादव , मुकेश भदौरिया , इंद्रकुमार सोनी, नेहा थापक, विपिन महंत, हेमंत राजपूत, रुद्रप्रताप सिंह , नरेश दीक्षित, गोलू पंडित उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम में गौतम टेटवाल मंत्री मध्यप्रदेश शासन, जितेंद्र लिटोरिया , अध्यक्ष खादी ग्राम उद्योग, पीयूष शर्मा , श्रीमती नीतू महेंद्र यादव, आर टी ओ श्रीमती निशा चौहान राहुल सोलंकी, प्रसन्न हर्णे, शक्तिसिंह रघुवंशी , श्रीमति सुधा विजयपाल सिंह , राघवेंद्र सुरेश चौबे ए डी जे सोहागपुर, अजय सैनी , विकास नारोलिया, रोहित गौर , श्रीमति दुर्गा भदोरिया, पंडित भालचंद्र खडडर, नंदू यादव , अशोक द्विवेदी , किशोर उमरे , ललित मोहन , वरिष्ठ अधिवक्ता अजीत रघुवंशी , नरेंद्र पटेल डी एस दांगी , गोविंदा सैनी आदि उपस्थित हुए ।