टीकमगढ़। कलेक्टर विवेक श्रोत्रिय की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में पेयजल एवं जल जीवन संबंधी कार्याें की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री नवीत कुमार धुर्वे, डिप्टी कलेक्टर सुश्री अंजली मिश्रा, महाप्रबंधक जल निगम श्री लखन लाल तिवारी, अर्बन डेवलेपमेंट काॅर्पोरेषन टीकमगढ से श्री पी.डी. तिवारी, कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग श्री अनिल लगरखा, पीओ डूडा सुश्री षिवि उपाध्याय, नगरीय निकायों के सीएमओ, जनपद पंचायत के सीईओ सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में कलेक्टर श्री श्रोत्रिय ने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देषित किया कि जिले में ग्रीष्मकाल में पेयजल की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित हो, इस हेतु जिले में पेयजल की मांग का अनुमान लगाकर वैकल्पिक पानी के स्रोतों का अभी से चिन्हाकन करें। उन्होंने कहा कि पंचायत स्तर पर ही बैठक करायें और ग्राम स्तर पर पेयजल की व्यवस्था हेतु कार्य योजना बनायें। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में नवीन निर्मित नल जल योजनाओं कोे शीघ्र हैंड ओवर कराने के निर्देश भी दिये। उन्होंने निर्देषित किया कि प्रत्येक ग्राम में निर्मित योजनाओं के लेआउट के अनुसार मेकेनिकल जांच करके ही पंचायतों को हैंड ओवर करायें। कलेक्टर श्री श्रोत्रिय ने जिले में प्रगतिरत नल-जल योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की तथा निर्देषित किया कि निर्धारित समय पर ही कार्याें को पूर्ण करायें एवं नल-जल योजना अंतर्गत पाइपलाइन डालने के उपरांत शीघ्र ही सड़क भी ठीक करायें। उन्होंने ऐसे ग्राम जहाँ कार्य प्रगतिरत है परंतु स्रोत सूख गए हैं उन ग्रामों में वैकल्पिक स्रोत हेतु समीक्षा की और सर्वे कराने के निर्देश दिए। उन्होंने ऐसे ग्राम जहां पूर्व ग्रीष्मकाल में पेयजल की समस्या आई हो उनके सम्बन्ध में समीक्षा की तथा इस वर्ष ऐसा नहीं हो इस हेतु आवश्यक कार्ययोजना बनाने के निर्देष दिये। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई स्रोत जो छूट गया है या वर्तमान में उपयोग में नही है और उसमें सुधार करके अगर पुनः प्रयोग हो सकता है, तो उनको पंचायत के माध्यम से प्रारम्भ करायें। बैठक में कलेक्टर श्री श्रोत्रिय ने जल-जीवन मिशन की समीक्षा के दौरान बानसुजारा बांध योजना अंतर्गत ग्राम लमेरा में निर्माणाधीन एमबीआर तथा ग्राम अमरपुर में एमबीआर पर चर्चा की और समय पर कार्य कराने के निर्देश दिये। उन्होंने नगरीय निकायों में जल की उपलब्धता हेतु संचालित और पूर्ण कार्याे की समीक्षा की तथा सभी नगरीय निकायों में जल की उपलब्धता बनाये रखने हेतु आवश्यक निर्देश दिये।