नारद मुनि ब्रह्माण्ड के प्रथम संवाददाता थे: व्यास
आरएसएस ने नर्मदा महाविद्यालय में आयोजित किया कार्यक्रम, वक्ताओं ने रखे विचार
संवाददाता अरुण कश्यप
नर्मदा पुरम
नर्मदापुरम। जब सृष्टि शुरू हुई थी तो नारद जी संदेशों को एक से दूसरे तक पहुंचाते थे, दानवों की ओर से युद्ध की संभावनाओं का अनुमान लगाते थे, उन्हें तीनों लोकों में आने-जाने की सुविधा एवं अनुमति थी। संभवत: पत्रकारिका शुरूआत नारद जी के प्रयासों से ही हुई है। जो हमेशा निष्पक्ष एंव निर्भीक रूप से जानकारियों को पहुंचाने में अहम भूमिका निभाते थे। उक्त बात पूर्व जिला संघ चालक संतोष व्यास ने नर्मदा महाविद्यालय में नारद जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में व्यक्त की।
बता दें कि स्व. भैया जी चन्नै स्मृति सेवा न्यास द्वारा नारद जयंती के उपलक्ष्य में रविवार को नर्मदा महाविद्यालय में पत्रकार सम्मान समारोह कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें नारद जी की भूमिका का प्रासंगिक वर्णन किया गया। वक्ताओं ने नारद के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला। साथ ही हजारों वर्ष पूर्व नारद जी द्वारा किए गए कार्यो का आज की पत्रकारिता से जोड़ा गया। कार्यक्रम की शुरूआत नारद मुनि के चित्र पर माल्यार्पण व पूजा से हुई।
संतोष व्यास ने कहा कि नारद मुनि ब्रहाण्ड के प्रथम संवाददाता थे। उन्हे ब्रह्मा जी के मानस पुत्र के नाम से जाना जाता है। सभी पुराणों में महर्षि नारद एक प्रमुख भूमिका में दिखाई देते हैं। इसलिए उन्हे देवर्षि की संज्ञा दी गई। हमारी संस्कृति में नारद जी का एक विशिष्ट चरित्र एवं स्थान है। आज की पत्रकारिता चुनौती पूर्ण है। पत्रकारिता का लक्ष्य जनकल्याण होना चाहिए
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाजसेवी डा. वैभव शर्मा ने कहा कि नारद जी लोक मंगल की भावना के साथ तीनों लोक में भ्रमण कर बिना किसी भेदभाव व भय के सूचनाओं का आदान-प्रदान करते थे। वे छंद शास्त्र के बड़े विद्वान थे। उनकी भावपूर्ण सत्यनिष्ठा समाज हित में थी। डा. वैभव शर्मा ने मानस के माध्यम से श्रीराम विवाह, शिव विवाह का संज्ञान देते हुए कहा कि नारद जी ने माता सीता एवं माता पार्वती का मन स्थिर कर दिया था, जिससे कारण आज पूरी सृष्टि में वह व्याप्त है। डा. शर्मा ने कहा कि नारद जी हमेशा सही सलाह देने का काम करते थे। जन अभियान परिषद के संभागीय समन्वयक कौशलेश तिवारी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि नारद जयंती पर पत्रकारों का सम्मान एक छोटा सा प्रयास है, पत्रकार आज समाज में नारद की भूमिका निभा रहा है, यूके्रन रूस का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि इस युद्ध में सबसे ज्यादा दिशा देने का काम पत्रकार कर रहे हैं। अच्छे कामों को भी समाज के सामने रखते हैं, निडराता एवं साहस के साथ काम करते हैं, क्योंकि अच्छे लोग ज्यादा हैं, जिस तरह से नारद जी वंदनीय हैं, उसी प्रकार पत्रकार भी आज समाज में वंदनीय है, जो जनहित से जुड़ी समस्याओं को उठाते हैं। नर्मदापुर विभाग प्रचार प्रमुख संतोष मौर्य ने कहा कि मंत्रणा का विषय है, नारद हमारे पौराणिक कार्यकाल के प्रथम पत्रकार के रूप के चिन्हित किये गये व्यक्तित्व है, विष्णु का अवतार माने जाते थे, ब्रह्मा मानस के पुत्र थे और भगवान विष्णु का रूप थे। मन कहा जाता है तीनों लोकों में आवागमन की सुविधा और अनुमति थी, जो समाज की बुनियादी समस्याओं को उठाते रहे हैं।
कार्यक्रम में शहर के पत्रकारों का सम्मान किया गया। जिसमें वरिष्ठ पत्रकार रामभरोस मीणा, पत्रकार मनोज सोनी, राहुल शरण, पत्रकार विपिन महंत, पत्रकार प्रदीप गुप्ता, पत्रकार ब्रजेन्द्र सिंह जाट सहित अनेक पत्रकारों का सम्मान किया गया। इस मौके पर पूर्व जिला संघ चालक संतोष व्यास, नर्मदापुर विभाग प्रचार प्रमुख संतोष नोरिया, विभाग सह मीडिया प्रभारी वैभव शर्मा, विभाग मीडिया प्रमुख कौशलेश शर्मा, जिला प्रचार प्रमुख मनोज राय, नगर कार्यवाहक अरूण राणा, राजेश सिसोदिया, नीरज चतुर्वेदी, राजेश गौर, श्रीमती नेहा तिवारी, श्रीमती चित्रा हर्णें, वीणापाणी संस्था से आनंद नामदेव, दुर्गा मालवीय, मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन अरुण राणा एवं आभार प्रदर्शन राजेश सिसोदिया ने माना।
नर्मदा पुरम से अरुण कश्यप की खास खबर