नर्मदा समय,डॉ प्रताप सिंह वर्मा
भोपाल : 11-12 जुलाई को हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना जताई गई है। 13 जुलाई को सामान्य वर्षा का पूर्वानुमान है। 14 जुलाई को हल्की वर्षा की संभावना है। तापमान भी स्थिर बना रहेगा। मध्यप्रदेश में अभी एक हफ्ते बारिश का दौर जारी रहने वाला है। इस सफ्ताह 27 जिलों में बारिश की संभावना है। 12 जुलाई से नया सिस्टम एक्टिव हो रहा है, जिससे प्रदेशभर में फिर से तेज बारिश का दौर शुरू होगा। इसके प्रभाव से जबलपुर सहित संभाग के कटनी, मंडला, डिंडौरी, बालाघाट सहित आस-पास के जिलों में वर्षा का सिलसिला जारी रहेगा। हालांकि कहीं-कहीं भारी वर्षा का येलो अलर्ट भी जारी किया गया है।
इन जिलों में बारिश का अलर्ट
1. एमपी मौसम विभाग की मानें तो सफ्ताह के प्रारंभ भोपाल, विदिशा, रायसेन, राजगढ़, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, पन्ना, दमोह, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी में भारी बारिश की संभावना है, बाकी जगह हल्की बारिश हो सकती है।
2. भोपाल में को तेज बारिश हो सकती है। बैरसिया, बैरागढ़, कोलार और शहरी हिस्से में बारिश का अनुमान है। इंदौर में कहीं-कहीं तेज बारिश तो जबलपुर में तेज बारिश होने के आसार है। उसके बाद वर्षा की गतिविधियों में बढ़ोतरी आएगी।
3. ग्वालियर में कहीं-कहीं हल्की बारिश हो सकती है। ग्वालियर-चंबल संभाग में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, अंचल के शिवपुरी, गुना, अशोकनगर जिलों में भारी वर्षा की संभावना बनी हुई है।
4. 10 जुलाई को हल्की से तेज बारिश की संभावना है। 11-12 जुलाई को हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना जताई गई है। 13 जुलाई को सामान्य वर्षा का पूर्वानुमान है।
5. 14 जुलाई को हल्की वर्षा की संभावना है। तापमान भी स्थिर बना रहेगा।
एक साथ कई सिस्टम सक्रिय
एमपी मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान में एक साथ कई सिस्टम एक्टिव है। मानसून द्रोणिका वर्तमान में बंगाल की खाड़ी तक बनी हुई है। झारखंड पर हवा के ऊपरी भाग में एक प्रभावी चक्रवात के साथ अरब सागर और उससे लगे गुजरात पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इसके अलावा उत्तर-पश्चिमी राजस्थान पर भी एक चक्रवात मौजूद है। गुजरात के तट से लेकर केरल के तट तक एक अपतटीय द्रोणिका बनी हुई है। इसके अतिरिक्त हिमालय के पास एक पश्चिमी विक्षोभ भी बना हुआ है। अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से लगातार नमी मिलने के कारण प्रदेश में रुक-रुककर बारिश हो रही है।