प्रदीप गुप्ता/ नर्मदापुरम / शहीद भगत सिंह शासकीय स्नातकोतर महाविद्यालय में प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष वन्य प्राणी सप्ताह मनाया गया। जिसका मुख्य उद्देश्य वन्य प्राणियों के महत्व और उनके संरक्षण के प्रति जागरूकता पैदा करना था। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ एस के मेहरा ने कहा कि वन्य प्राणी किसी भी राष्ट्र की प्राकृतिक संपदा है और ईश्वर प्रदत धरोहर है जिनके नही रहने से प्राकृतिक असंतुलन होने लगता है। वन्यजीव हमारी जैव विविधता के सतरंगी रंगों को बेरंग होने से बचाते हैं। भारत में वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 में बना था। संविधान के अनुच्छेद 51 (A) G के तहत वन्य और वन्य जीवों का संरक्षण व संवर्धन करना भारत के हर नागरिक का मूल कर्तव्य है। कार्यक्रम में एमएससी प्राणीशास्त्र के विद्यार्थियों द्वारा वन्य जीव पर आधारित मॉडल प्रस्तुत किया और सभी विद्यार्थियों ने प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में भाग लिया। कार्यक्रम में वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ आर जी पटेल, डॉ एस के बघेल, डॉ अम्बिका सिंह, डॉ सुनील कुमार, डॉ अनीता सेन, डॉ किट्टी मौर्य, डॉ आशा तिवारी, डॉ जय श्री हरदेनिया, डॉ मुकेश कटकवार और डॉ शैलेन्द्र कटारे मौजूद थे।