नर्मदापुरम / जिले में बौद्विक दिव्यांगों के लिए संचालित डॉ. ऐनी बेसेंट विशेष विद्यालय /आवासीय छात्रावास मालाखेड़ी में संस्था के दिव्यांग बच्चों ने अपनी मेहनत के दम पर अपनी कला को निखारा है। ये बच्चे हर पर्व पर अपनी रचनाशीलता का प्रदर्शन करते हैं और उससे उपार्जन भी करते हैं। डॉ. एनिबेसेन्ट विशेष विद्यालय/ आवासीय छात्रावास की संचालिका की श्रीमति आरती दत्त के अनुसार, संस्था पिछले 25 वर्षों से दिव्यांग बच्चों को प्रशिक्षण दे रही है। यहां बच्चों को रक्षाबंधन पर राखी, होली पर रंग और दीपावली पर दीये बनाने की ट्रेनिंग दी जाती है, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें। संस्था के शिक्षकों का कहना है कि इन बच्चों को समय-समय पर देश-विदेश में बौद्विक दिव्यांग बच्चों के लिए चल रही विभिन्न पहल की जानकारी दी जाती है। उनकी कला और पेंटिंग में रुचि को देखते हुए उन्हें रोजगार कौशल में निपुण बनाया जा रहा है, ताकि वे अपने पैरों पर खड़े हो सकें। अब ये बच्चे हर त्योहार में अपनी प्रतिभा दिखाते हुए कुछ नया करने की कोशिश कर रहे हैं।
*स्टॉल लगाकर बेचते हैं अपने उत्पाद*
संस्था की प्राचार्य श्रीमती सुनीता गौर के अनुसार, बच्चों द्वारा बनाई गई वस्तुओं की बिक्री के लिए स्टॉल लगाए जाते हैं। इस बार होली के लिए भी कई विभागों से संपर्क किया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक लोग इन बच्चों के बनाए उत्पाद खरीद सकें और उन्हें प्रोत्साहन मिल सके।