टीकमगढ़। म.प्र.राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार एवं श्रीमती प्रवीणा व्यास प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की अध्यक्षता में आज शासकीय कृषि महाविद्यालय में ग्रामीण स्वावलंबन समिति के सहयोग व समन्वय से महिला सशक्तिकरण सप्ताह के अवसर पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ श्रीमती प्रवीणा व्यास प्रधान जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण टीकमगढ द्वारा मां सरस्वती जी के छायाचित्र पर माल्यार्पण, दीप प्रजव्वलन कर किया गया, उन्होेंने अपने उद्वोधन में कहा कि जहां नारी की पूजा होती है, वहां देवता निवास करते है और कहा कि हमें महिलाओं को सम्मान देना चाहिए, तभी परिवार एवं राष्ट्र प्रगति कर सकेगा। अकेला पुरूष कुछ नहीं कर सकता, इसके लिए मात्त्व शक्ति का होना जरूरी है। उन्होने बताया कि अधिकतर महिलाएं अपने अधिकारों के लिए कानून के ज्ञान के अभाव के चलते अपनी आवाज नहीं उठा पाती है। इसी के चलते महिलाओं को कई तरह की प्रताड़नाओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण महिलाओं के न्याय दिलाने कानूनी रूप से बाध्य हे। उन्होंने बताया भारतीय संविधान महिला, पुरूष जाति, धर्म, या लिंग के आधार पर किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं करता है एवं उनको महत्वपूर्ण कानूनी अधिकारों का ज्ञान होना चाहिए जो हर महिला को मालूम होना चाहिए।
सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती सुनीता गोयल एवं जिला विधिक सहायता अधिकारी बृजेन्द्र सिंह भदौरिया ने राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली एवं म.प्र.राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर द्वारा चलाई जा रही योजनाओं जैसे म.प्र. अपराध पीड़ित प्रतिकर योजना, लोक अदालत, मीडिएशन, विधिक सहायता एवं अन्य योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में ग्रामीण स्वावलंबन समिति, के सचिव राजकुमार अहिरवार द्वारा आभार व्यक्त किया गया। इस अवसर पर शासकीय कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता एवं महाविद्यालय का स्टाप एवं ग्रामीण स्वावलंबन समिति के कार्यकर्ता, बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाएं उपस्थित रही।
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