नर्मदापुरम / गर्मी के मौसम में हर साल नौ दिन आम जनता पर भारी गुजरते हैं। इन नौ दिन में सूर्य भगवान रोहिणी नक्षत्र में रहते हैं। सूर्य की किरणें धरती पर सीधे (लंबवत) पड़ती हैं। जिस कारण उनका तापमान सर्वाधिक रहता है। इन नौ दिनों को नौतपा कहा जाता है।
इस वर्ष यह नौतपा की अवधि 25 मई यानी आज से शुरू होकर 8 जून तक रहेगी। इस वर्ष मई में अधितकम तापमान 40.6 डिग्री तक पहुंच गया है, जिसके चलते मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार ये नौ दिन भारी गुजरने वाले हैं। उनका कहना है कि अगर इन नौ दिनों से पहले वर्षा नहीं हुई तो नौतपा आग उगलेगा। जिसके चलते लोग पूरे दिन उसम भरी गर्मी से जूझना पड़ेगा।
सूर्य की गर्मी और रोहिणी के जल तत्व के कारण मानसून गर्भ में आ जाता है। नौतपा ही मानसून का गर्भकाल माना जाता है। जिस समय में सूर्य रोहिणी नक्षत्र में होते हैं उस समय चन्द्रमा नौ नक्षत्रों में भ्रमण करते हैं, यही कारण है कि इसे नौतपा कहा जाता है। इस नक्षत्र में सूर्य करीब 15 दिनों तक मौजूद रहेंगे लेकिन शुरुआती 9 दिनों में अधिक गर्मी होती है।
25 मई से 3 जून तक ना खाएं से 7 चीजें, सेहत पर पड़ सकती हैं भारी..
बैंगन नौतपा के नौ दिन आयुर्वेद बैंगन ना खाने की सलाह देता है। …
तेल-मसाले घी और तेल मसाले गर्मी के मौसम में आपका पेट बिगाड़ सकते हैं। …
दही …
अंडा (नॉन-वेज) …
कॉफी-चाय …
शराब-सोडा …
ज्यादा सोडियम वाले फूड
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार नौतपा के दौरान आपको किसी भी तरह का मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए। इस समय विवाह, गृह प्रवेश, मुंडन जैसे कार्यों को करना शुभ नहीं माना जाता। इन कार्यों को नौतपा के दौरान घर की शांति भंग हो सकती है। इस दौरान सूर्य से संबंधित वस्तुओं का अनादर करना भी आपको भारी पड़ सकता है।
कैसा हो आपका खानपान-
1. गर्मियों में आने वाले फलों में पानी की मात्रा काफी होती है, इसलिए इनका सेवन जरूर करें।
2. तरबूज, खरबूज, खीरा आदि को नियमित रूप से खाने से शरीर में पानी के साथ खनिज-लवणों की भी पूर्ति होती है।
3. इन दिनों सामान्य खाना जैसे दाल, चावल, सब्जी, रोटी आदि खाना ठीक रहता है। तीखी गर्मी में भूख से थोड़ा कम खाना चाहिए। इससे आपका हाजमा भी ठीक रहेगा और फुर्ती भी बनी रहेगी। इसके साथ तली हुई चीजों को ज्यादा न खाएं, यह आपका हाजमा बिगाड़ सकते हैं।
4. नौतपा की भीषण गर्मी में शरीर का अधिकांश पानी पसीने के रूप में निकल जाता है। इसलिए दिन में कम से कम 4 लीटर पानी जरूर पिएं।
5. इन दिनों की भीषण गर्मी में नारियल पानी, छाछ और लस्सी पीने से भी जल का संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है। गर्मी के मौसम में तली और मसालेदार चीजें खाने की इच्छा ज्यादा होती है। लेकिन इस मौसम में इन चीजों से बचा जाना ही बेहतर होता है।
6. खाने में बहुत ज्यादा नमक भी न लें। नमकीन, मूंगफली, तले हुए पापड़-चिप्स और तेल में तले हुए खाद्य पदार्थ न ही खाएं तो बेहतर होगा।
7. नौतपा की भीषण गर्मी में मछली, चिकन, मांस, समुद्री भोजन और अत्यधिक ग्रेवी वाले व्यंजन भी न ही खाएं तो बेहतर है। वास्तव में इससे व्यक्ति को और अधिक पसीना आता है और पाचन की समस्याएं भी हो जाती हैं।
8. सॉस भी खाने से बचें, दरअसल सॉस में तकरीबन 350 कैलोरी होती है, जो आपको सुस्त बना सकती है। कुछ सॉस में बहुत ज्यादा नमक और MSG (मोनोसोडियम ग्लूटामेंट) होता है, जो आपके लिए हानिकारक है।
9. चाय और कॉफी जैसे पेय पदार्थों से निश्चित रूप से इन दिनों परहेज करना चाहिए। कैफीन और अन्य पेय पदार्थ वास्तव में आपके शरीर में गर्मी बढ़ाने के साथ शरीर का निर्जलीकरण यानि डिहाइड्रेशन पैदा करते हैं।
10. जंक फूड जैसे बर्गर, पिज्जा आदि भी नौतपा में खाने से बचें।
इसके बजाए गर्मी में पौष्टिक और प्राकृतिक भोजन के साथ छाछ, लस्सी, नींबू-पानी, शिकंजी और आम पना जैसे तरल पदार्थों का सेवन करें। संकलन प्रीति cho