नर्मदापुरम/ प्रदीप गुप्ता / नर्मदापुरम जिले में फायलेरिया (हाथीपाँव) की जांच एवं रोकथाम हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा 15 मार्च से नाईट ब्लड सर्वे अभियान की शुरूआत की जा रही है। जिसके अन्तर्गत जिले के सभी विकासखण्डो के चिन्हित ग्रामी एवं वार्ड में नाईट ब्लड सर्वे का कार्य कराया जा रहा है इस हेतु 16 टीम तैयार की गई हैं एवं 64 कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गयी है। जिनके द्वारा सर्वे का कार्य कराया जायेगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ. दिनेश देहलवार ने जानकारी देते हुये बताया कि फायलेरिया एक लाईलाज बीमारी है जो कि सक्रमित क्यूलेक्स मच्छर के काटने से होती हैं। इस रोग के लक्षण संक्रमण के कई वर्षों के बाद दिखाई देते है। फायलेरिया रोग में संक्रमित व्यक्ति के पैर हाथ अथवा अण्डकोष में सूजन आने लगती हैं। साथ ही प्रभावित अंगो में दर्द लालिमा एवं रोगी को बुखार होता है। यह रोग एक कृमी के कारण जिसके माईक्रो फायलेरिया रात में ही ब्लड में आते है, अतः नाईट ब्लड सर्वे का कार्य रात्रि में किया जायेगा। जिला मलेरिया अधिकारी, अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि जिले के पवारखेडा, देवलाखेड़ी, वार्ड न.3 बाबई, समौन, पथरौटा, केसला करनपुर, नवलगांव, हथवास, बीजनवाडा, सांकई, लही, पलिया पिपरिया, वाचावानी, आदमगढ़, पीलीखती, ग्रामों में सर्वे कार्य किया जा रहा है। अतः वहां के जागरूक नागरिको से अपील है कि सर्वे कार्य में स्वास्थ्य विभाग की टीम को सहयोग प्रदान करे जिससे जिले में फायलेरिया रोग की रोकथाम की जा सके।