टीकमगढ़। शहर के सिविल लाइन एरिया में स्थित स्थानीय एक गार्डन में तीन दिवसीय ओशो ध्यान साधना संगीत शिविर का आयोजन किया जा रहा है जिसमें प्रथम दिन सुबह 6.30 बजे से ध्यान के साथ शुरू आरंभ होकर पहला डायनेमिक मेडिटेशन, स्टॉप मेडिसिन , कुंडलिनी ध्यान संध्या सत्संग के साथ ओशो की बड़ी एवं गीत, संगीत पर सभी ओशो प्रेमियों ने आनंद उत्सव में भाग लिया। शिविर का शुभारभ 26 सितम्बर को शाम 06 बजे ओशो ध्यान शिविर का शुभारभ मुंबई से आए संचालक स्वामी ज्ञान अविनाश, मऊरानीपुर से आये श्याम सुंदर घटोरिया , टीकमगढ़ के वरिष्ठ ओशो प्रेमी डॉ एस के जैन सत्येंद्र जैन , डा आर के प्रजापति द्वारा ओशो के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया ,26 सितम्बर 1970 को ओशो ने अपने नव सन्यास का प्रारम्भ किया था। इस शिविर के संचालक मुम्बई से पधारे स्वामी श्री ज्ञान अविनाश जी का स्वागत शिविर आयोजक सत्येंद्र जैन ने फूल मालाओं के साथ किया। अपने उदबोधन में स्वामी अविनाश ने कहा कि ओशो के शिविर पिकनिक स्पॉट न बने बल्कि ध्यान को समझने और जानने का सुअवसर बन सकें तो ही इनकी उपयोगिता है। ओशो की सारी ध्यान की प्रक्रियाएं वैज्ञानिक आधार लिए हैं। भारत के सभी राज्यों से आये करीब 60-70 मित्रों ने संध्या सत्संग ध्यान में भाग ले रहे है । शिविर में मुंबई ,अहमदाबाद ,उड़ीसा ,कोलकाता, बनारस ,इलाहाबाद, दिल्ली, पंजाब ,भोपाल ग्वालियर , महोवा ,राठ ,झांसी ललितपुर के साथ टीकमगढ़ जिले के ओशो प्रेमी शामिल हो रहे हैं।