नर्मदपुरम / मध्य प्रदेश पर्यटन बोर्ड द्वारा प्रदेश भर में स्कूली विद्यार्थियों को पर्यटन, संस्कृति और विरासत के महत्व से परिचित कराने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष आयोजित की जाने वाली “बूझो, जानो फिर देखो – अपना प्रदेश” पर्यटन क्विज प्रतियोगिता के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। इसी कड़ी में सोमवार, 28 जुलाई को एमपीटी पलाश रेसीडेंसी में क्विज मास्टर कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति तथा प्रबंध संचालक, मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड शिव शेखर शुक्ला के मागदर्शन में आयोजित इस कार्यशाला में प्रदेश के सभी जिलों से आए क्विज मास्टर्स को प्रतियोगिता संचालन, विषयवस्तु और मूल्यांकन प्रक्रिया संबंधी महत्वपूर्ण प्रशिक्षण दिया गया।इस अवसर पर मध्य प्रदेश टूरिज्म बोर्ड के संयुक्त संचालक (डीएटीसीसी) डॉ. एस. के. श्रीवास्तव ने कहा कि यह प्रतियोगिता अपने सातवें संस्करण में प्रवेश कर चुकी है। मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग ऐसा आयोजन निरंतर कर रहा है, जो बच्चों को प्रदेश की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक और प्राकृतिक धरोहरों से जोड़ने का अनूठा माध्यम बन चुका है। उन्होंने कहा कि क्विज मास्टर की भूमिका इस आयोजन में अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे न केवल प्रतियोगिता के संचालन की गुणवत्ता सुनिश्चित करते हैं, बल्कि विद्यार्थियों के बीच पर्यटन विषयक जिज्ञासा और समझ को भी सुदृढ़ करते हैं। इस प्रतियोगिता से विद्यार्थियों को न केवल ज्ञानवर्धन का अवसर मिलता है, बल्कि वे मध्य प्रदेश की गौरवशाली विरासत से भी आत्मीय रूप से जुड़ते हैं।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से लोकशिक्षण संचालनालय के संयुक्त संचालक एच. एन. नेमा, डीएटीसीसी के भोपाल के नोडल संदीप श्रीवास्तव प्रमुख रूप से उपस्थित थे। वर्कशॉप के दौरान रविकांत ठाकुर द्वारा मल्टीमीडिया राउंड के संचालन संबंधी तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया गया, वहीं डॉ. प्रदीप सेन ने लिखित परीक्षा के आयोजन और प्रक्रिया से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी दी।
*दो चरणों में होगी प्रतियोगिता*
यह प्रतियोगिता दो चरणों में आयोजित की जाएगी। पहला चरण 1 अगस्त 2025 को जिला स्तर पर और दूसरा चरण 26 सितंबर 2025 को राज्य स्तर पर आयोजित होगा। प्रतियोगिता में कक्षा 9वीं से 12वीं तक के छात्र-छात्राएं भाग ले सकेंगे। वर्ष 2016 से यह प्रतियोगिता लगातार आयोजित की जा रही है और पिछले वर्ष लगभग 7,300 शैक्षणिक संस्थानों के 21,900 विद्यार्थियों ने इसमें भाग लिया था। पर्यटन विभाग, जिला प्रशासन, जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद तथा स्कूल शिक्षा विभाग के सहयोग से यह प्रतियोगिता एक साथ सभी जिलों में आयोजित की जाती है।