टीकमगढ़। कलेक्टर विवेक श्रोत्रिय की अध्यक्षता में आज तालकोठी तथा महेन्द्र सागर तालाब को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के संबंध में द्रोणा कंसल्टेंट के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गई। बैठक में कलेक्टर श्री श्रोत्रिय ने ऐतिहासिक महेंद्र सागर तालाब को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कराने हेतु प्रकृति कला विरासत विकास एवं अनुसंधान संगठन द्रोण के अधिकारियों के साथ प्रोजेक्ट रिपोर्ट और डीपीआर तैयार करने के लिये विस्तार से चर्चा की तथा आवश्यक निर्देश दिये। प्रकृति कला विरासत विकास एवं अनुसंधान संगठन द्रोण के अधिकारियों ने बताया कि महेन्द्र तालाब क्षेत्र को पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि ताल कोठी की लाइब्रेरी को राष्ट्रीय स्तर की बनाने की योजना है। तालाब में बोटिंग तथा लाइट एवं साउंड सिस्टम की सुविधा भी उपलब्ध कराई जायेगी। साथ ही तालाब में स्थित लंका का मूल स्वरूप बरकरार रखते हुए रेनोवेशन किया जाएगा, इसमें सफाई, रंगाई-पुताई और लाइटिंग की व्यवस्था की जायेगी। ज्ञातव्य है कि तालाब में तीन प्रमुख ऐतिहासिक इमारतें हैं, जिनका निर्माण सन् 1910 में महाराजा प्रताप सिंह जूदेव ने करवाया था, इनमें ताल कोठी जिसे अयोध्या कहा जाता है। मध्य में स्थित इमारत को लंका तथा तीसरी इमारत विभीषण का निवास कहा जाता है। इस अवसर पर एसडीएम लोकेन्द्र सिंह सरल, सीएमओ नगर पालिका ओमपाल भदौरिया सहित संबंधित अधिकारी तथा कॉलेज प्रबंधन के सदस्य उपस्थित रहे।