नर्मदापुरम / आंगनवाड़ी कार्यकता सहायिका संघ संबद्ध भारतीय मजदूर संघ नर्मदापुरम जिले की सैकड़ो कार्यकर्ताओ ने पीपल चौक पर धरना प्रदर्शन आंदोलन के माध्यम से अपनी मांगो का मांगपत्र प्रधानमंत्री भारत सरकार नई दिल्ली, मुख्यमंत्री मध्यप्रदेश सरकार भोपाल, कलेक्टर नर्मदापुरम के द्वारा ज्ञापन वेदांशु नामदेव तहसीलदार क़ो सौपा । जिले भर की कार्यकर्ताओ ने अपनी समस्याओ के लिए उपस्थित रही । मांगपत्र मे निम्नलिखित मांगे सम्मिलित है…
1- देश में महिला बाल विकास विभाग में कार्यरत सभी ऑंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका को एक नीति बनाकर सभी राज्यों में नियमित करते हुये उनका वर्ग निर्धारित किया जाये।
2 – महिला बाल विकास विभाग में कार्यरत सभी ऑंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका बहनों को एक न्यूनतम पेंशन की सुविधा उपलब्ध कराई जाए, ताकि वह सेवा निवृत्त होने के बाद किसी के सहारे न रहे और अपना जीवन यापन कर सकें।
3- ऑंगनबाड़ी कार्यकर्ता जो कि कम से कम 10 बर्ष का अनुभव रखती है और पर्यवेक्षक हेतु सभी अहर्ताएं पूर्ण करती है, उनको आयु सीमा का वंधन हटाते हुये पर्यवेक्षक पद पर पदोन्नति दी जाये और यह प्रक्रिया प्रतिवर्ष की जाये परीक्षा नहीं कराई जाये। सभी विभागों की तरह विभागीय पदोन्नति ही की जाये।
4- ऑंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका को विभाग के कार्यों के अतिरिक्त किसी भी कार्य में न लगाया जाए और इसका कड़ाई से पालन करायें जाने पर ध्यान दिया जाये क्योंकि अन्य कार्यों में संलग्न होने के कारण ही हमारी विभागीय सेवाएं प्रभावित होती है।खासतौर पर भी.एल.ओ.का कार्य नहीं दिया जाये।
5- सभी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को किसी अन्य विभागों की नियुक्ति परीक्षा में भी अतिरिक्त अंक दिये जाने का प्रावधान किया जाये खाशतोर पर शिक्षा विभाग में
6- मध्यप्रदेश में कम से कम 18 वर्ष से एक ही प्रकार का टी.एच.आर. प्रदान किया जा रहा है जो कि महिलाओं और बच्चों को रूचिकर नहीं लगता वह एक ही तरह के सामग्री से ऊब गये है और वह नवीनता चाहते हैं इसलिए इसमें वदलाव कर कुछ रूचिकर व पोष्टिक आहार दिया जाये।
7- पोषण ट्रेकर ऐप में फेस केप्चर के माध्यम से जो टी.एच. आर. वितरण कराया जा रहा है, उसमें माता पिता और बच्चे परेशान हो रहे हैं. साथ ही नेटवर्क की समस्या के कारण यह कार्य शत-प्रतिशत होने में समस्या आ रही है इसमें सुधार कराया जाये।
8- मध्यप्रदेश महिला बाल विकास विभाग से जो मोबाइल दिये गये है न तो उनमें अच्छी मेमोरी है न ही वैलेश के लिए समय से राशि दी जाती है कम मानदेय में कार्यकर्ता को अपने पैसे से रिचार्ज कराना पड़ता है और नेट पैक भी डलवाना पढ़ता है। इसकी विभागीय व्यवस्था की जाये।
9- पूर्व में मिले विभागीय मोबाइल खराब हो चुके हैं अतः मोबाइल खरीदने हेतु कार्यकर्ता और सहायिका के खाते में राशि उपलब्ध कराई जाए।
10- मध्यप्रदेश महिला बाल विकास विभाग जो ऑंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका को सेवानिवृत्त होने पर राशि भुगतान करता है वह राशि कार्यकर्ता और सहायिका की सेवाकाल में मृत्यु होने पर परिवार को दी जाये।
इस अवसर पर प्रदेश उपाध्यक्ष वंदना राजोरिया, स्कीम वर्कर प्रभारी मध्यप्रदेश, प्रीति यदुवंशी प्रदेश उपाध्यक्ष आंगनवाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ माध्यप्रदेश, जिला अध्यक्ष कुंती विश्वकर्मा, जिला सचिव अनीता मिश्रा, जिला अध्यक्ष भारतीय मजदूर संघ नृपेंद्र सिंह, जिला उपाध्यक्ष अर्चना राजपूत भारतीय मजदूर संघ, जिला कोषाध्यक्ष सुनील चौहान भारतीय मजदूर संघ नर्मदापुरम के साथ तहसील की पदाधिकारी बहने व जिले भर से आई कार्यकर्ता उपस्थित रहे। कार्यकर्ताओ ने पोषण ट्रेकर मे आ रही समस्याओ क़ो उठाया और विभाग द्वारा कार्यों के लिए बनाये जा रहे दवाब का विरोध किया।