प्रदीप गुप्ता/ नर्मदापुरम/ विक्रम नगर रसूलिया में आज से श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ विशाल कलश यात्रा के साथ हुआ सभी श्रद्धालुओं ने कलश यात्रा में भाग लेकर पुण्य अर्जित किया। कलश यात्रा एस पी एम गेट नं 4 से शुरू होकर इच्छापूर्ति मंदिर होते हुए कथा स्थल पहुंची। कथा के प्रथम दिवस कलश यात्रा के बाद व्यासपीठ का पूजन किया गया। कथा के प्रथम दिवस नर्मदापुरम के पंडित अनिल मिश्रा ने कहा कि सत्संग भगवान की सबसे सरल और श्रेष्ठ भक्ति है। करोड़ों जन्मों के पुण्य जब उदय होते हैं तब सत्संग की प्राप्ति होती है जिसके पुण्य नहीं होते वह सत्संग का लाभ नहीं ले सकता। प्रत्येक मनुष्य को भगवान की भक्ति करना चाहिए और सत्संग सबसे सरल और श्रेष्ठ भक्ति है। यह मनुष्य जीवन केवल भगवान की भक्ति करने के लिए मिला है। परंतु मनुष्य सुखों के पीछे भाग कर इसे समाप्त कर लेता है। संसार दुखालय है यहां पूर्ण तरह सुखी कोई भी नहीं हो सकता। अतः मनुष्य को भगवान की भक्ति करना चाहिए क्योंकि सच्चा सुख भगवान की भक्ति और सत्संग में मिलता है। कलश यात्रा में मुख्य रूप से रोहित गौर एवं यजमान बृजेश निबारिया एवं महिला मंडल आयोजक छाया मीना, गीत रघुवंशी, राजकुमारी बरबड़े , मीना चौबे, राधा सोनी , प्रार्थना तिवारी एवं समस्त महिला मंडल विक्रम नगर और साथ में सभी रसूलिया क्षेत्र के भक्तजन उपस्थित रहे।