*सिवनी मालवा की टप्पा तहसील शिवपुर के सहकारी बैंक में फर्जीवाड़ा: बैंक कर्मचारियों ने खाताधारक परिवार के खाते में डाली डकैती, लगभग 40 लाख रुपए उड़ाए , पूरे मामले को लेकर क्या बोले बैंक अधिकारी और थाना प्रभारी
सहकारी बैंक में फर्जीवाड़ा: बैंक कर्मचारियों ने खाताधारक परिवार के खाते में डाली डकैती, लगभग 40 लाख रुपए उड़ाए
संवाददाता अरुण कश्यप….
सीवनी मालवा,,,थाना शिवपुर…
सीवनी मालवा,,, शिवपुर,,,आज हर वर्ग का व्यक्ति, फिर चाहे वो अमीर हो या फिर मिडिल क्लास, या फिर गरीब, सभी वर्ग के लोग अपने पैसे को सुरक्षित रखने के लिए बैंक को ही सबसे सुरक्षित स्थान मानते हैं। तभी तो अपने पूरे जीवन की जमां पूंजी हो या फिर अपनी मेहनत की गाढ़ी कमाई, जिसे थोड़ा-थोड़ा कर के जमा किया करते हैं। लेकिन सोचिए, कि जिस बैंक पर आपको सबसे ज्यादा भरोसा है, जहां, आप पूरे इतमिनान के साथ अपनी मेहनत की कमाई रखते हैं, अगर वहीं से पैसे गायब होने लगे तो क्या होगा, अगर बैंक से ही पैसे गायब होने लगे तो फिर एक आम आदमी अपने पैसे को कहां सुरक्षित रखेगा। कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है जिला सहकारी बैंक की शिवपुर ब्रांच में जहां बैंक वालों ने एक ही किसान परिवार के अलग अलग खाते में जमा करीब 40 लाख 46 हजार 230 रूपये निकाल लिए। जिसकी शिकायत परिवार के द्वारा शिवपुर थाने सहित नर्मदापुरम कलेक्टर को भी की गई है।
सूत्रों के अनुसार जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित शाखा शिवपुर ब्रांच में राजकुंवर बाई, उनके पुत्र प्रकाश राजपूत और कमलेश राजपूत का खाता है। जिसमें अलग-अलग खाते में उक्त राशि जमा थी। बचत खाते में जमा राशि को निकालने के लिए परिवार का एक सदस्य बैंक पहुंचा तो पहले तो कैशियर ने सर्वर खराब होने का बहाना बना दिया, जोर देने पर उसने खाता चेक करके बताया कि खाते में राशि नहीं है। फिर उन्होंने दूसरे खाते का विड्राल फार्म भरा तो कैशियर ने कहा कि इस खाते में भी पैसे नहीं है। फिर तीसरे खाते की जांच की गई तो उसमें भी कोई राशि नहीं थी।
बता दें कि राजकुंवर बाई के खाते से बैंक अधिकारियों ने करीब 18 खातों में राशि ट्रांसफर की है। जबकि राजकुंवर बाई न तो नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करतीं हैं और नहीं ही उनका खाता ऑनलाइन हैं। वह सिर्फ जमा और विड्राल के माध्यम से ही बैंक में लेनदेन करतीं हैं। इसी प्रकार उनके पुत्र कमलेश राजपूत के खाते से भी 13 अलग-अलग लोगों को पैसा ट्रांसफर किया गया है, जो सीधे तौर पर बैंक के अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत से हुआ है।
सिवनी मालवा से अरुण कश्यप की खास खबर