बिना नंबर की ट्रैक्टर-ट्रॉली में भरकर ले जा रहे थे मुरुम, पुलिस ने बनाया चालान पहले बताया था मिट्टी
आमला.आमला पुलिस की दोहरे नियम के चलते जब दो टेक्टर ट्रालियों को पकड़ा गया था क्योंकि उन ट्रॉलियों में अवैध मुरुम का परिवहन किया जा रहा था। ओर तो ओर दोनों ही टेक्टर ट्रॉलियों पर नंबर भी अंकित नही थे। वही टेक्टर ट्रॉलियों के वैध दस्तावेज भी नही थे उसके बाद भी पुलिस ने उन टैक्टर ट्रॉलियों को चालान करके छोड़ दिया जबकि नियम से दोनों टैक्टर ट्रॉलियों के दस्तावेज पुलिस को नही मिलने और अवैध मुरुम परिवहन के मामले में दोनों टेक्टर ट्रॉलियों को खनिज विभाग के सपुर्द किया जाना था क्योंकि अवैध मुरुम के मामले में खनिज विभाग के द्वारा कार्यवाही की जाना था। लेकिन दोनों टैक्टर ट्रॉलियों को महज चालान करके थाने से छोड़ दिया गया।
क्या है टैक्टर ट्रॉलियों का मामला…………
आमला पुलिस ने दो ट्रैक्टरों को पकड़ा था। जिनके चालान बनाकर बाद में छोड़ दिया गया। आमला थाने के एसआई प्रहलाद सिंह तिलवरिया ने बताया कि बिना नंबर प्लेट के ट्रैक्टर-ट्रॉली में मुरुम भरकर जा रहे दो ट्रैक्टर को पकड़ा था। दोनों ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को थाने लाकर खड़ा करवाया था। दोनों से दस्तावेज पूछे. नहीं मिलने पर दोनों ट्रैक्टरों का एक-एक हजार का चालान बनाकर छोड़ दिया है। गौरतलब रहे कि क्षेत्र में बिना नंबर के अनेक ट्रैक्टर दौड़ रहे है, जिनकी रफ्तार भी तेज रहती है। बावजूद पुलिस ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है।
थाने के पीछे क्यों खड़े किए गए थे टैक्टर ट्रॉलियों को…………..
अवैध मुरुम परिवन करते हुए दो टैक्टर ट्रॉलियों को पुलिस ने रंगे हाथों पकड़ा लेकिन जब पुलिस ने टैक्टर ट्रॉलियों को पकड़ कर थाने लाया गया तो पुलिस थाने के पीछे दोनों टैक्टर ट्रॉलियों को खड़ा किया गया। उसके बाद थाने में कई लोगो की भीड़ लग गई। लोगो का आना-जाना शरू हो गया सूत्रों ने बताया कि कुछ लोग जल्दी से टैक्टर ट्रालियां छुड़वाने में थाने के चक्कर लगा रहे थे क्योंकि बात फैलने से माइनिग का हस्तक्षेप आ सकता था। क्योंकि माइनिग में प्रकरण बने से टैक्टर ट्रालियां कम से कम एक महीने बाद ही छूट पाता वही भारीभरकम जुर्माना भी देना पड़ता था लेकिन पुलिस ने दोनों टेक्टर-ट्रॉलियों पर एक-एक हजार का चलान करके टैक्टर ट्रॉलियों को छोड़ दिया।