इटारसी : आज शासकीय कन्या महाविद्यालय इटारसी में जिला महिला बाल विकास विभाग नर्मदापुरम द्वारा एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें वन स्टॉप सेंटर ऊषा किरण योजना के अंतर्गत सभी प्रकार की हिंसा से पीड़ित महिलाओं एवं बालिकाओं को एक ही स्थान पर अस्थाई आश्रय, पुलिस डेस्क, विधि सहायता, चिकित्सा एवं काउंसलिंग की सुविधा हेतु छात्राओं को जागरूक किया गया। इस अवसर पर
डिस्ट्रिक्ट काउंसलर श्रीमती रीना गौर, केस वर्कर श्रीमती आरती राजपूत, महंता रैकवार उपस्थित थी।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. आर. एस. मेहरा ने कहा कि इस कार्यशाला का उद्देश्य एक ही छत के नीचे हिंसा से पीड़ित महिलाओं एवं बालिकाओं को एकीकृत रूप से सहायता एवं सहयोग प्रदान करना है तथा छात्रओं को अपने अधिकार और हक के प्रति जागरूक होने हेतु प्रेरित किया।
श्रीमती रीना गौर ने कहा कि 181 में डायल करके हम हर समस्या का समाधान कर सकते हैं हमें जागरूक होना चाहिए तभी हम समस्या का समाधान निकाल सकते हैं। श्रीमती आरती राजपूत ने कहा कि वन स्टॉप सेंटर की स्थापना 8 मार्च हुई थी साथ ही बाल कल्याण केंद्र के विषय में विस्तार से जानकारी प्रदान की। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा महिलाओं के खिलाफ हो रही हिंसा की समस्या के समाधान के लिए वन स्टॉप सेंटर योजना की शुरुआत की गई। आई.क्यू.ए.सी. प्रभारी डॉ. हरप्रीत रंधावा ने बताया कि महिलाओं को किसी भी प्रकार की हिंसा को न तो सहना चाहिए और न ही उसका समर्थन करना चाहिए। डॉ. रंधावा ने इस कार्यशाला का उद्देश्य लिंग आधारित हिंसा, स्वास्थ्य, मानवाधिकार और विकास के मुद्दों पर चर्चा कर प्रभावकारी कदम उठाना है। बलात्कार, घरेलू हिंसा, दहेज प्रताड़ना, ऑनर किलिंग, यौन उत्पीड़न, मानव तस्करी, बाल-विवाह, महिला भ्रूण गर्भपात आदि से जुड़ी घटनाओं हम सभी के लिए चिंता की बात है और इन पर चर्चा होनी चाहिए।
डॉ. संजय आर्य ने कहा कि जागरुकता अभियान चला कर ही हम समाज में महिलाओं की स्थिति को मजबूत कर सकते है। यह कार्यशाला जिला महिला बाल विकास विभाग नर्मदापुरम एवं आई.क्यू.ए.सी. द्वारा आयोजित की गई। आभार व्यक्त श्रीमती पूनम साहू द्वारा किया गया। इस अवसर पर समस्त प्राध्यापकगण एवं छात्राएँ उपस्थित थी।
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