नर्मदापुरम : गर्मी और उमस के कारण आजकल आई फ्लू नामक बीमारी दुबारा बहुत तेज़ी से फैल रही है और इस बीमारी का एक तरह का सामाजिक फैलाव देखने को मिल रहा है। अतः आप सभी के लिए कुछ जानकारी दे रहा हूँ कृपया ध्यान दें, सतर्क रहें।
आईफ्लू के लक्षण
1.आंखों का लाल होना
2.आंखों में सफेद रंग का कीचड़ दिखाई देना
3.आंखों से पानी बहना
4.आंखों में सूजन
5.आंखों में दर्द
6.आंखों में खुजली
आईफ्लू होने का कारण
1.बारिश के गंदे पानी मैं नहाना।
2.आंखों में लगातार पसीने का जाना।
3.आई फ्लू पीड़ित व्यक्ति के डिस्चार्ज गहन संपर्क (Close contact) में आने से।
4.गंदे हाथो से आंखों को छूने से।
5.पीड़ित व्यक्ति के रुमाल या कपड़े यूज़ करने से आई फ्लू हो सकता है।
आईफ्लू से बचने के उपाय
1.पीड़ित व्यक्ति चश्मा पहन कर रखें
2. पीड़ित व्यक्ति टीवी रिमोट छूने, मोबाइल दूसरों को देने से बचें
3.आंखों को बार-बार छूने से बचें
4.आंखों को छूने के बाद हाथ साबुन से धोएं
5.बारिश में भीगने से बचें
6.पीड़ित व्यक्ति का टॉवल, बिस्तर और रोज़मर्रा की चीज़ें अलग रखें।
आईफ्लू होने पर क्या करें
1. आँखों को ठंडे पानी से, साबुन से पलकें क्लीन करें
2. आंखों को साफ करने के लिए किसी साफ और सूती कपड़े के इस्तेमाल करें
3. बच्चों को कम से कम 5 दिन स्कूल से छुट्टी दिला दें।
4. स्कूल हॉस्टल संचालक पीड़ित बच्चों को अलग रूम में शिफ्ट कर दें।
5. पीड़ित होने पर सार्वजनिक जगहों पर जाने से बचें ताकि कम से कम लोगों में इन्फेक्शन फैले।
6. वैसे तो ये गंभीर बीमारी नहीं है परंतु कोई गंभीर लक्षण दिखे तो किसी भी कॉम्प्लिकेशन से बचने के लिए तुरंत आँखों के डॉक्टर से संपर्क करें।
उपरोक्त बातों का ख़्याल रखने से हम सभी के स्वास्थ्य का ध्यान रख सकेंगे।