नर्मदापुरम/ प्रदीप गुप्ता / शहर की उभरती हुई साहित्यकार रेखा रतनानी ने आज पत्रकार वार्ता कर बताया कि वह शीघ्र अपनी एक नई रचना नर्मदापुर से नर्मदापुरम का सफर शीघ्र आने वाली, जिस पर अभी आधी किताब लिख चुकी है। इसे पूरा कर शीघ्र प्रकाशन किया जाएगा। जिसमें ऐतिहासिक, धार्मिक, राजनीतिक, पौराणिक कथाओं का भी उल्लेख किया है एवं मां नर्मदा के आंचल के मोती पर लेख लिखा है। श्रीमती रतनानी ने बताया कि यह किताब लिखना चार धाम की यात्रा से कम नहीं है। इसके पूर्व में उन्होंने एहसास पन्नों पर, भ्रूण हत्या, कन्यादान, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर, कुल को सवारती नारी पुस्तक लिख चुकी है। बता दे कि श्रीमती रतनानी पूर्व में किसी निजी स्कूलों में भरतनाट्यम की शिक्षा भी दे रही थी। प्रेस वार्ता के द्वारा उन्होंने बताया कि मैंने पहली कविता जब स्कूल में पढ़ती थी तब ही लिखी थी मां तुम मुझे बहुत याद आती हो और उसे समय से मेरा कविता पाठ एवं साहित्य में रुझान आज भी है। बच्चों को आज क्या शिक्षा देना चाहिए। इस प्रश्न के जवाब पर उन्होंने कहा था कि बच्चे आजकल गूगल को ही सब कुछ मान रहे हैं लेकिन आज उन्हें अपने स्कूली शिक्षकों से ही शिक्षा लेना चाहिए। आज की राजनीति के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजनीति करना ठीक है लेकिन राजनीति सर्वप्रथम देश के विकास और समाज के उत्थान के लिए होना चाहिए स्वयं के फायदे के लिए नहीं होना चाहिए। बता दे कि अभी कुछ समय पूर्व भोपाल में भी सिंधु सभा द्वारा भी श्रीमती रतनानी को साहित्य के क्षेत्र में सम्मानित किया गया। पूर्व में कई संस्थाओं द्वारा भी उन्हें सम्मानित किया गया और कई ऑनलाइन प्रतियोगिता में भाग लिया है जिसमें उन्हें सम्मान मिल चुका है।
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