इटारसी / भारतीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, देश के स्वाभिमान के लिए अंतिम सांस तक संघर्ष करने वाली वीरांगना रानी अवंतीबाई लोधी का बलिदान दिवस मनाया गया। इस अवसर पर उनकी चित्र पर रानी अवन्ती स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा श्रद्धा सुमन अर्पित कर उनका बलिदान दिवस मनाया। इस दौरान प्राचार्य डॉ. प्रताप सिंह वर्मा ने कहा कि रानी अवंतीबाई ने अपनी मातृभूमि पर ही देश की आजादी के लिए अपने प्राणों का बलिदान दिया था। स्वाधीनता संग्राम में शहीद होने वाली पहली महिला वीरांगना थीं। उनके वीर आदर्शों पर चलना ही उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि है। उनकी बहादुरी साहस, निडरता, निर्भीकता से हमे प्रेरणा लेने की जरूरत है। 1857 की क्रांति में मध्य प्रदेश रामगढ़ की महारानी अवंती बाई रेवांचल के मुक्त आंदोलन की सूत्रधार थीं। अवंती बाई ने अंग्रेजों से ऐतिहासिक युद्ध किया, जो भारत की आजादी में बहुत बड़ा योगदान है। इस अवसर पर श्रद्धांजलि देने वालों में देवेंद्र कुमार चौरे, अलका राजपूत, उषा वर्मा, कंचना खंडारे, सरिता सोनोने, प्राची बरखने, डाली सारवान, हर्षिला रत्नाकर, प्राची चौधरी, रीना चौहान शामिल रहें ।