टीकमगढ़। कुंडेश्वर निवासी ब्रजकिशोर पटेरिया ने मंगलवार के दिन नगर टीकमगढ़ की एक स्थानीय होटल में दोपहर करीब 12 वजे से एक पत्रकार वार्ता की जिसमें श्री पटेरिया के सहयोगियों सहित प्रिंट तथा इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार साथी मौजूद रहे। प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए श्री पटेरिया ने पत्रकारों से कहा कि मुख्यालय से लगे ग्राम सुनवाहा में आदिवासी की जमीनों पर षडयंत्र पूर्वक खरीद फरोख्त की जा रही है यह जमीनें भूमाफिया खरीद रहे हैं मामला है सुनवाहा निवासी कल्ला आदिवासी की भूमि का जहां ब्रजकिशोर पटेरिया का कहना है कि वह मेरी भूमि है और कल्ला आदिवासी का कहना है कि मेरी भूमि है, इसी भूमि को लेकर ब्रजकिशोर पटेरिया ने जितेंद्र उर्फ जीतू सेन पर तमाम आरोप लगाए हैं और भूमाफिया सहित शब्द कहते हुए अनेक स्थानों पर फर्जी तरीके से आदिवासियों की जमीनें खरीद फरोख्त करने का आरोप श्री पटेरिया ने जितेंद्र उर्फ जीतू सेन पर लगाए हैं।—– इस मामले में जितेंद्र उर्फ जीतू सेन का कहना —— वहीं इस संबंध में जब जितेंद्र उर्फ जीतू सेन से प्रेस ने बातचीत की तो उनका कहना है कि बृजकिशोर पटेरिया द्वारा जो आरोप लगाए गए हैं वह बेबुनियाद और निराधार हैं जिनका कोई औचित्य नहीं है और मुझे वेबजह यह बदनाम करने की साजिश श्री पटेरिया द्वारा कुछेक राजनीतिक लोगों की सह पर षडयंत्र पूर्वक की जा रही है अगर मैं किसी तरह गलत होता तो शासन-प्रशासन मुझ पर कार्रवाई करता मैं भी एक सामाजिक व्यक्ति हूं और अपना साफ सुथरा व्यापार करता हूं अगर श्री पटेरिया ने मुझ पर भूमाफिया आदि का आरोप लगाया है तो मैं इसको लेकर न्यायालय की शरण लूंगा और मानहानि का केस करूंगा।—— कल्ला आदिवासी तक भी पहुंचा प्रेस—– जिस आदिवासी की जमीन का यह मुद्दा उठा है और एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लग रहे हैं प्रेस उस कल्ला आदिवासी तक भी पहुंचा और उससे बातचीत की तो उसने बताया कि कुंडेश्वर निवासी ब्रजकिशोर पटेरिया द्वारा बीते रोज मेरी जमीन पर जबरन कब्जा करने की कोशिश की गई जहां वह करीब दर्जन भर लोगों को ट्रैक्टर लेकर पहुंचे और मेरी जमीन पर कब्जा करने लगे जबकि मैं बाहर था जब लोगों ने मुझे फोन पर सूचना दी तो मैं वापिस आया और उन्हें मना करने पहुंचा तो उन्होंने मेरे साथ मारपीट की गालियां दी अपशब्द कहे और जांन से मारने की भी धमकियां दीं इस प्रकार के आरोप कल्ला आदिवासी ने कुंडेश्वर निवासी ब्रजकिशोर पटेरिया पर भी लगाए हैं और कहा है कि वह मेरी जमीन जबरन हड़पना चाहते हैं कल्ला आदिवासी ने इस प्रकार के तमाम आरोप ब्रजकिशोर पटेरिया पर लगाए और उसका यह भी कहना था कि मैंने इस घटना की रिपोर्ट 28.10. 2022 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय में लिखित रूप से दी थी जिसकी पावती भी प्रेस को कल्ला आदिवासी ने दी और यह भी कहा कि इस पर भी कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है इस प्रकार के तमाम आरोप प्रत्यारोपों का दौर इस कल्ला आदिवासी की जमीन को लेकर लगाए जा रहे हैं अब यह प्रशासन शासन का मामला है और एक जांच का विषय है कि वास्तव में यह जमीन किसकी है और इस जमीन का असली कौन भूमिस्वामी है। उल्लेखनीय है कि जिन आदिवासी परिवारों के लिए मध्य प्रदेश शासन के मुखिया शिवराज सिंह चौहान उनके विकास और भविष्य को लेकर तमाम प्रयास और योजनाएं बनाकर कोशिश कर रहे हैं वहीं दूसरी ओर इन आदिवासियों के साथ इस प्रकार के हालात देखने और सुनने को मिल रहे हैं जहां यह एक बड़ी विडंबना ही है।

