इटारसी : हनुमान जयंती पर पारिवारिक विवादों से तंग होकर एक महिला अपनी दोनों बेटियों के साथ मटकुली के इटारसी आई थी। ओवर ब्रिज के नीचे भूखी प्यासी बेसुध दो बच्चों के साथ बैठी एक महिला पर इटारसी के निवासी मनीष ठाकुर की नजर पड़ी। इन्होंने उसे भोजन कराकर स्वाधार महिला आश्रय गृह भिजवाया। 1 वर्षीय बच्ची सिद्दीका इलाज कराया गया तो यह कुपोषित पाई गई। जबकि दूसरी 4 वर्षीय बच्ची माही को भी तेज बुखार था उसका भी इलाज कराकर उसे स्वस्थ किया गया। यही नहीं महिला भी मानसिक रूप से बीमार थी वह अपना कोई पता भी नहीं बता पा रही थी। इसका इलाज करीब 6 माह तक ग्रह के लोगों द्वारा कराया गया। सोशल मीडिया एवं फेसबुक के माध्यम से इस महिला की फोटो भेज कर परिजनों की तलाश जारी रही। महिला की मानसिक स्थिति में सुधार होने पर पता चला कि इसकी मानसिक बीमारी की दवा चल रही है। मटकुली में पति से विवाद हुआ था और यह अपने बच्चों को लेकर इटारसी आ गई थी। उसके बाद क्या हुआ इसे याद नहीं रहा। बाहर हाल स्वाधार आश्रय गृह ने मटकुली जाकर वहां महिला की फोटो के सहारे पति को खोजने में सफलता पाई। बीते कुछ दिनों पूर्व इसका पति श्री राम बंसल आकर अपनी पत्नी और बच्चों को मटकुली दुर्गा मंदिर पिपरिया ले गया है।
अनाथो की सेवा ही सच्ची ईश्वर सेवा है
इस संबंध में मनीष ठाकुर ने बताया कि हनुमान मंदिर के सेवादार लाखन ने मुझे इस महिला और बच्चों की जानकारी दी थी। शायद नाथों की सेवा करने का दायित्व ईश्वर ने मुझे सौंपा है इसलिए निस्वार्थ मैंने अपना कार्य किया ।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से संस्था रखेगी नजर
मुस्कान बालिका गृह की संचालिका रितु राजपूत ने बताया कि 26 वर्षीय नीलम के पिता अशोक बंसल और माता उर्मिला है। काफी इलाज के बाद सुधार हुआ। इनके पति श्री राम बंसल खुद आश्रय गृह आकर अपने भतीजे के साथ पत्नी बच्चों को ले गए हैं। इनकी आगे की गतिविधियों पर भी संस्था वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए नजर रखेगी।