धर्मकुंडी/ प्रदीप गुप्ता / रेलवे के अधिकारियों की लापरवाही बहुत से वाहन , आमजन, बच्चे स्कूल बस , यात्री बसें फंसी रही 1 घंटे तक, जाम में नहीं खुला रेलवे गेट 4/5 गाड़ी निकालने के बाद भी नहीं खोला गया। बीच में गेट खोला गया तो कुछ समय बाद तुरंत गेट बंद कर दिया गया । इससे अत्याधिक तकलीफ का सामना आमजन को करना पड़ा। लगभग 1 घंटे तक ऐसा हुआ बाद में लोगों ने गेट का घेराव किया, तब गेटमैन द्वारा गेट खोला गया । इसी धर्मकुंडी रेलवे फाटक पर मध्यप्रदेश शासन ब्रिज निर्माण विभाग द्वारा एक रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण 5 साल से किया जा रहा है। रेलवे के अधिकारियों ठेकेदार की मिलीभगत से आज तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ। साथ ही ना तो ठेकेदार के ऊपर कार्रवाई की गई। इसकी जांच कराई जाएगी तो पता चलेगा कि कितना बड़ा भ्रष्टाचार इस कार्य में ब्रिज कारपोरेशनलोक निर्माण विभाग द्वारा किया गया है। ठेकेदार को ब्रिज बनाने के लिए कुल 18 माह का समय दिया गया था जबकि अभी तक लगभग 50 माह से अधिक का समय हो चुका है। ऐसी स्थिति में ब्रिज का कार्य पूर्ण नहीं होना बहुत सोचनीय है। रेलवे द्वारा अपने हिस्से का कार्य लगभग 2 वर्ष पूर्व कंप्लीट कर दिया गया है। लेकिन अधिकारियों की खुली शह के कारण आमजन परेशान हो रहे हैं। बार-बार जाम की स्थिति बन रही है। स्कूल बस, यात्री बसें सैकड़ों की संख्या में बच्चे, इस जाम में फंसे रहते हैं घंटों तक। जो अत्यंत खेद जनक है कि जनप्रतिनिधियों द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिए जाने पर जनता में भारी आक्रोश है। स्थानीय नागरिकों का कहना हैं कि दोषी ठेकेदार एवं अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई की जाना चाहिए और तत्काल ब्रिज का काम पूर्ण करा कर आमजन के लिए इसे खोला जाना चाहिए।