मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण में अधिकारी दिखाएं अधिक सक्रियता, मतदाता समूह को श्रेणीबद्ध कर अधिकतम मैपिंग सुनिश्चित करें : कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना
जनजातीय गौरव दिवस के तहत होने वाले कार्यक्रम की तैयारी सुनिश्चत करें संबंधित अधिकारी
समय सीमा की बैठक के दौरान कलेक्टर ने अधिकारियों को दिये आवश्यक निर्देश
नर्मदापुरम// बुधवार को कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने कलेक्टर कार्यालय में आयोजित समय सीमा बैठक के दौरान विभागीय योजनाओं, आयोजनों, निर्वाचन कार्य सहित अन्य विभागीय कार्यों एवं विषयों की समीक्षा करते हुए उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। कलेक्टर ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण कार्य की समीक्षा के दौरान अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी इआरओ (निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी) एवं एईआरओ (सहायक निर्वाचन रजिस्ट्रीकरण अधिकारी) क्षेत्रीय स्तर पर अधिक सक्रियता के साथ कार्य करें तथा मतदाता पुनरीक्षण की प्रक्रिया को पूर्ण जिम्मेदारी से संपादित करें। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि ईआरओ एवं एईआरओ स्तर पर किसी भी प्रकार की कठिनाई आने पर तत्काल उप जिला निर्वाचन अधिकारी से समन्वय स्थापित करें, ताकि कार्य में किसी प्रकार की देरी न हो। उन्होंने कहा कि यह कार्य अत्यंत महत्वपूर्ण है और इसके लिए सभी अधिकारियों को असाधारण प्रयास करने होंगे।
कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि सभी प्रकार के मतदाताओं को श्रेणीबद्ध रूप से चिन्हांकित किया जाए, जिनमें नगरीय क्षेत्र के मतदाता, विवाहित महिलाएं जो अन्य जिले या राज्य से नर्मदापुरम में निवासरत हैं, तथा स्थानांतरित या स्थान परिवर्तित हो चुके मतदाता शामिल हों। उन्होंने ऐसे क्षेत्रों में विशेष शिविरों के आयोजन के निर्देश भी दिए, जहां स्थानांतरित मतदाताओं की संख्या अधिक है।
कलेक्टर ने कहा कि सभी एसडीएम एवं तहसीलदार इन निर्देशों को निचले स्तर तक प्रसारित करें और सुनिश्चित करें कि एसआईआर प्रक्रिया के दौरान मतदाताओं की मैपिंग में किसी भी प्रकार की त्रुटि न हो। उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि आगामी एक सप्ताह के भीतर सर्वाधिक मैपिंग का कार्य पूरा किया जाए। समय-सीमा की बैठक के दौरान कलेक्टर ने कहा कि मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण अत्यंत महत्वपूर्ण निर्वाचन कार्य है, जिसमें आवश्यकता पड़ने पर सभी विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी भी अपना सहयोग प्रदान करें। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सभी अधिकारी स्वयं भी अपनी जानकारी संबंधित बीएलओ के माध्यम से अद्यतन कराएं, ताकि जिले की मतदाता सूची पूर्ण रूप से अद्यतन और त्रुटिरहित तैयार की जा सके।
समय-सीमा की बैठक के दौरान कलेक्टर सुश्री सोनिया मीना ने आगामी जनजातिय गौरव दिवस (15 नवम्बर) की तैयारियों की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि 15 नवम्बर को जनजातिय गौरव दिवस का कार्यक्रम पूरे उत्साह और गरिमा के साथ मनाया जाए, जिससे जनजातीय समाज की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान को व्यापक रूप से प्रदर्शित किया जा सके।
कलेक्टर ने सभी जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की संपूर्ण तैयारी सुनिश्चित करें और जनभागीदारी के साथ आयोजन को सफल बनाएं।
उन्होंने कहा कि जनजातीय समाज की गौरवशाली सांस्कृतिक धरोहर तथा जनजातीय महानायकों — भगवान बिरसा मुंडा, टंट्या मामा, शंकर शाह-रघुनाथ शाह एवं राजा भभूत सिंह के जीवन चरित्र और योगदान पर आधारित विविध सांस्कृतिक, शैक्षणिक और जनजागरूकता गतिविधियां आयोजित की जाएं।
बैठक के दौरान ही कलेक्टर ने भावांतर योजना तथा जिले में खाद एवं उर्वरक वितरण की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने भावांतर योजना के तहत जिले में अब तक हुई सोयाबीन फसल की खरीदी तथा किसानों के सत्यापन की स्थिति की समीक्षा करते हुए उपसंचालक कृषि विभाग को निर्देशित किया कि आगामी दिवस में मुख्यमंत्री द्वारा किसानों को सिंगल क्लिक के माध्यम से भावांतर योजना के तहत लाभ राशि का वितरण सिंगल क्लिक के माध्यम से किया जाएगा जिसकी समस्त तैयारी सुनिश्चित की जाए। उपसंचालक कृषि विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि अब तक 2700 से अधिक किसानों द्वारा लगभग 47 हजार क्विंटल सोयाबीन फसल का विक्रय भावांतर योजना के तहत किया गया है। कलेक्टर ने जिले में खाद एवं उर्वरक के वितरण की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए की किसानों को डीएपी के वैकल्पिक उर्वरकों के संबंध में अवगत कराएं। उन्होंने समितियों द्वारा किए गए खाद वितरण के रिकॉन्सिलिएशन रिपोर्ट तैयार होने में हो रहे विलंब पर डीआरसीएएस को समिति स्तर पर आवश्यक कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि उक्त संबंध में सहकारिता बैंक भी आवश्यक सहयोग प्रदान करें। साथ ही सहकारी बैंक द्वारा भी उक्त संबध में करेक्टिव रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए। कलेक्टर ने नरवाई प्रबंधन की समीक्षा करते हुए सख्त नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि नियमित रूप से निर्देश प्रदान किए जाने के बाद भी अधिकारियों द्वारा फील्ड पर सक्रियता नहीं दिखाई जा रही है जिससे नरवाई जलने की घटनाओं में तेजी से वृद्धि हो रही है जो की चिंता का विषय है। कलेक्टर ने इस दौरान नरवाई जलने के प्रकरणों में की गई कार्यवाही तथा अधिरोपित जुर्माने की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि जिन अधिकारियों द्वारा जुर्माना अधिरोपित करने के उपरांत उसकी रिकवरी नहीं की जा रही है उन्हें नोटिस जारी किए जाएं।
समय सीमा की बैठक के दौरान कलेक्टर ने जिले में सड़कों के मरम्मतीकरण की समीक्षा के दौरान समय सीमा में सड़कों का मरम्मत तथा पैच वर्क किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने समस्त एसडीएम को निर्देश दिए की सड़कों के मरम्मतीकरण का नियमित रूप से मॉनिटरिंग करें तथा गुणवत्ता और वर्तमान स्थिति से नियमित रूप से अवगत करावे। कलेक्टर ने जिला खनिज अधिकारी को निर्देशित किया की रेत वाहनों की पार्किंग के लिए खदानों के पास ही व्यवस्थित स्थान सुनिश्चित किया जाए जिससे कि वह सड़कों पर खड़े ना हो। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि पीएम अवार्ड से संबंधित अद्यतन जानकारी जिला पंचायत सीईओ को संबंधित अधिकारियों द्वारा आगामी एक दिवस में उपलब्ध कराई जाए। इस दौरान उन्होंने जिला प्रशासन के नवाचार मिशन परिवर्तन के तहत अधिकारियों द्वारा किए गए निरीक्षण की भी समीक्षा की। कलेक्टर ने स्पष्ट रूप से निर्देश दिए की संबंधित विभागीय अधिकारी निरीक्षण कर्ता अधिकारी द्वारा बताई गई समस्याओं को नोट कर उन में आवश्यक सुधार लाएं तथा आगामी अगले एक सप्ताह में अनुपालन रिपोर्ट भी प्रस्तुत किया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देश दिए की समग्र ई केवाईसी कार्य में निकायों एवं जनपदों द्वारा अपेक्षित प्रगति दर्ज नहीं की जा रही है जो की बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है। कलेक्टर ने निर्देश दिए की शीघ्र ही समस्त नगरी निकायों एवं पंचायत में ई केवाईसी कार्य के तहत प्रगति लाई जाए अन्यथा संबंधित अधिकारियों के विरुद्ध नियम अनुसार कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी।
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