टीकमगढ़। शासकीय जिला पुस्तकालय टीकमगढ़ द्वारा संचालित ‘चलित पुस्तकालय मोबाइल लाइब्रेरी ग्राम पपावनी में शासकीय माध्यमिक विद्यालय में पहुँचा और अपनी गतिविधियाँ संचालित की ‘चलित पुस्तकालय’ में
विजय मेहरा के साथ सहयोगी के रूप में रामगोपाल रैकवार सेवा निवृत्त कनिष्ठ व्याख्याता कुण्डेश्वर, एवं साहित्यकार व म.प्र.लेखक संघ के जिलाध्यक्ष राजीव नामदेव राना लिधौरी उपस्थित रहे। चलित पुस्तकालय में आज विभिन्न गतिविधियाँ संचालित की गयी जिसमें परिचय,पुस्तक वाचन, कविता पाठ, सामान्य ज्ञान,मैप एवं ग्लोब से भौगोलिक जानकारियाँ दी, चित्र प्रतियोगिता, लोक गीत ,देश भक्ति गीत, बुन्देली शब्द व संस्कृृति के बारे में जानकारी दी गयी तथा खेल-खेल में प्रश्नोत्तर कहानी के माध्यम से बच्चों को ज्ञानवर्धक शिक्षाप्रद जानकारी दी एवं स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने को कहा गया। टेंट लगाकर माध्यमिक विद्यालय के पचास बच्चों को दो घंटे तक उन्हें ज्ञानवर्धक पुस्तकंे पढ़ने को दी, बच्चों को अपना परिचय देने का सही तरीका बताया ,कहानियाँ सुनायी, बच्चों को शुद्ध पढ़ना, उच्चारण आदि सिखाया गया बच्चों ने बहुत उत्साहपूर्वक भाग लिया। साहित्यकार व म.प्र.लेखक संघ के जिलाध्यक्ष राजीव नामदेव राना लिधौरी ने बताया कि इसके पूर्व हमारा चलित पुस्तकालय टीकमगढ़, मडखेरा,लखौरा व अस्तोन में आयोजित किया जा चुका है। ग्राम पपावनी में यह पाँचवा कार्यक्रम है। पुस्तकालय के सूत्रधार विजय मेहरा लाइबेरियन ने बताया कि इसी प्रकार से टीकमगढ़ के आसपास के प्रत्येक गाँवों में हम लोग यह चलित पुस्तकालय लेकर जायेगें और वहाँ के बच्चों में पढ़ने के प्रति रूचि पैदा करने उनके सामान्य ज्ञान को बढ़ाने का प्रयास करेगे। रामगोपाल रैकवार कनिष्ठ व्याख्याता कुण्डेश्वर ने कहा कि हमें अपने आस पास स्वच्छता का विशेष ध्यान रखना है कचडा़ एवं गंदगी नहीं फैलाना है कूडा-कचडा कचड़ादान में ही डालना है क्योंकि दूषित वातावरण में अनेक बीमारियाँ फैलती है हमें सचेत एवं जाकरूक होना है। एक सभ्य नागरिक बनाना है। किसी भी प्रकार का नशा न करने की सलाह दी। लगभग पचास बच्चों के साथ-साथ अनेक ग्रामीण लोगों ने भी ज्ञान लाभ लिया जिसमें प्रमुख रूप से पवन कुमार नामदेव शिक्षक,श्रीमती क्रांति जैन शिक्षिका, नन्ही बाई, यादव,प्यारी बाई यादव सहित अनेक लोग उपस्थित रहे। बच्चों को प्रमाणपत्र प्रदान किये गये। अंत में राष्ट्रगान करके कार्यक्रम का समापन किया गया। सभी का आभार लाइब्रेरियन विजय मेहरा ने माना।

