टीकमगढ़ । जिला मुख्यालय के नजदीकी ग्राम मातौली में बीच के खेरा में स्थित मिनी आंगनबाड़ी केंद्र की छत का लेंटर रोजाना टपक रहा है इसकी हालत इतनी खराब है कि कभी भी इस भवन में बैठने वाले कर्मचारी और आंगनबाड़ी केंद्र पर आने वाले बच्चों एवं स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी जो बच्चों को यहां टीकाकरण करने के लिए आते हैं जहां इस भवन की हालत देखकर ऐसा लगता है कि कभी भी यहां बड़ा हादसा हो सकता है एवं बच्चों सहित यहां बैठने वाले कर्मचारियों के साथ बड़ी दुर्घटना घट सकती है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गीता लोधी द्वारा यह भी बताया गया कि कई बार इसकी लिखित शिकायत जिला प्रशासन सहित महिला बाल विकास विभाग को दी गई है लेकिन आज तक इस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई है इस मिनी आंगनबाड़ी केंद्र का भवन जर्जर अवस्था में हो चुका है जिसके छत का लैंटर टपक रहा है और लेंटर के धपरे के धपरे नीचे गिरते हैं मजबूरी यह है कि आंगनबाड़ी केंद्र को रोजाना खोला जाता है और यहां वीएचएनडी टीकाकरण भी इसी भवन में बैठकर कर्मचारी छोटे-छोटे नौनिहालों के साथ करते हैं जिला प्रशासन और महिला बाल विकास विभाग को इस ओर तत्परता बरतना चाहिए जिससे कि इस भवन की सुरक्षा की जाए या फिर इसे अन्यत्र लगाया जाए या फिर इस भवन को पूरी तरह से दुरुस्त कराया जाए मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता गीता लोधी का यह भी कहना है कि सन 2017 से जबसे मेरी इस केंद्र पर नियुक्ति हुई है तभी से मेरे द्वारा लगातार जिला प्रशासन सहित महिला बाल विकास विभाग को लिखित रूप से इस समस्या को लेकर अवगत कराती आ रही हूं।लेकिन आज तक इस भवन में कोई सुधार नहीं किया गया ना ही कुछ प्रतिक्रिया हुई है भवन के हालात देखकर ऐसा लगता है कि कभी भी इस भवन का लेंटर बच्चों और यहां बैठने वाले संबंधित कर्मचारियों के ऊपर गिर सकता है और कोई बड़ा हादसा हो सकता है। उल्लेखनीय है कि शासन जहां लाखों करोड़ों रुपए का बजट महिला बाल विकास विभाग के लिए दे रहा है और नौनिहालों की रक्षा सुरक्षा एवं उनके स्वास्थ्य को लेकर चौबीसों घंटे चिंतित है वहीं दूसरी ओर संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी इन हालातों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं और हादसे का इंतजार कर रहे हैं।

