कुरवाई: नवाब काल के समय से गंगा जमुनी तहजीब से दीपावली का त्यौहार धूमधाम से मनाया जाता रहा है, लेकिन इस बार किले में मौजूद मस्जिद पर लगी लाइटिंग उतरवा कर नगर का माहौल खराब करने का प्रयास किया गया।
यह मामला नवाब सरवर अली के सुपुत्र जफर अली के किले में न होने पर हुआ , हालांकि नवाब जफर अली को जानकारी मिलने पर उन्होंने तुरंत प्रशासन को सूचना दी जहां मौके पर प्रशासन और स्थानीय मीडिया के लोग मौके पर पहुंचे। मीडिया को देख मामले को रफा-दफा करने की कोशिश की गई ।
कुछ दिनों से कुरवाई नगर और क्षेत्र में कुछ असामाजिक तत्वों और कट्टरवादी विचारधारा के व्यक्तियों द्वारा सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ने की साजिश रची जा रही हैं, छोटी-छोटी बातों पर बड़े बड़े मुद्दे बनाए जा रहे हैं । शनिवार को कुरवाई किले में दीपावली पर लाइट लगाने को लेकर धर्म विशेष के जिम्मेदार कुछ लोगों के द्वारा शहर का माहौल खराब करने का प्रयास किया गया।
कुरवाई रियासत के नवाब परिवार द्वारा अपना राजधर्म निभाते हुए किले में हर त्यौहार को परंपरा के अनुसार मनाया जाता रहा है इसी क्रम में पूर्व की भांति इस वर्ष भी नवाब परिवार द्वारा दीपावली के पहले किले के अंदर दीवाने खास और उससे लगी हुई बिल्डिंगों को रंग बिरंगी लाइटों से सजाया गया था। जिसका स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं तथाकथित मुस्लिम धर्म के ठेकेदारों द्वारा विरोध करते हुए लगी हुई लाइटों को निकलवा दिया था। जिसकी सूचना नवाब परिवार ने स्थानीय प्रशासन को दी सूचना मिलते ही एसडीएम अंजली शाह टीआई बृजेंद्र मार्सकोले एवं शहर की मीडिया कर्मी तत्काल मौके पर पहुंचे और किले में मौजूद मुस्लिम धर्म के तथाकथित ठेकेदारों से इस संबंध में जानकारी ली तो उन्होंने प्रशासन और मीडिया को गुमराह करते हुए किले में स्थित मस्जिद को बफ्फ बोर्ड की मस्जिद बताते हुए मस्जिद से लाइट हटाने की बात कही । इस संबंध में प्रशासन ने नवाब जफर मियां से बात की तो उन्होंने प्रशासन को बताया कि किले में मौजूद मस्जिद उनकी निजी मस्जिद है और उस पर उनका परिवार सैकड़ों बरसों से दीया और लाइटों से रोशनी करता रहा है। नवाब साहब के समय से सभी तीज त्यौहार चाहे वह हिंदुओं के हो या मुसलमानों के नगर के गणमान्य नागरिकों और नवाब परिवार के द्वारा मिलजुलकर परंपरा के अनुसार मनाते आ रहे हैं पहले नवाब साहब के समय होली का जुलूस किले से शुरू होता था दीपावली पर लक्ष्मी पूजन के लिए पूरा नवाब परिवार खजांची के घर जाकर लक्ष्मी पूजन में शामिल होता रहा है और आगे भी शामिल होता रहेगा। नगर के लोग त्योहारों पर किले में नवाब परिवार से मिलकर शुभकामनाएं देते हैं और नवाब परिवार किले में रहने वाले हिंदू परिवार एवम् नगर में लोगों के घर जा जाकर हर त्यौहार की शुभकामनाएं देता रहा है। नबाब ऐसे में कुछ विकृत मानसिकता के लोगों द्वारा इस वर्ष किले में की गई व्यवस्था में विघ्न डालने का प्रयास करते हुए शनिवार को इस तरह का अराजकता वाला माहौल बनाने का प्रयास किया था जिसे प्रशासन और नवाब परिवार ने मिलकर रोक दिया औंर उनके मंसूबों पर पानी फिर दिया। नवाब जफर मियां रियासत के लेटर पैड पर ने मीडिया प्रेस नोट जारी कर अपनी बात रखी औंर प्रशासन को लिखित में अपना बयान दर्ज कराते हुए दीपावली पर पर बरसों से होती आ रही लाइटिंग की फोटो दिखाते हुए इस वर्ष भी पुनः किले मैं लाइट लगाने की बात कही और प्रशासन ने अपनी देखरेख में हर वर्ष की तरह लाइट लगवाने की व्यवस्था किले में करवाई प्रशासन ने शनिवार को जिन लोगों द्वारा यह पूरा बखेड़ा खड़ा किया था उनको बुला कर समझाइस दी नगर में किसी भी प्रकार की अराजकता का माहौल बनाने का प्रयास ना करें जो परंपराएं हैं उनका सभी सम्मान करते हुए एक दूसरे के साथ मिलजुल कर रहे ।