टीकमगढ़। जिले में खटारा और कंडम बसें फर्राटे से दौड़ रही है और यही बसें आए दिन दुर्घटनाओं को अंजाम दे रही है जिनमें लोगों सहित पशुओं की जान जा रही है लेकिन जिले का परिवहन विभाग नींद से नहीं जाग रहा जिले के परिवहन विभाग की तो बात ही अलग है ना तो कभी विभाग के अधिकारी कर्मचारी इन बसों की फिटनेस चेक करते हैं और ना ही कभी जांच-पड़ताल इस ओर की जाती है वहीं जिले का परिवहन विभाग ऐसा विभाग बन गया है कि जहां लोग अपना काम कराने के लिए लगातार चक्कर काटते रहते हैं लेकिन काम नहीं होते हैं और अगर काम होते भी हैं तो वह भी रूपयों और पैसों के बलबूते पर वह भी दलालों के माध्यम से जिले के परिवहन विभाग में लगातार लोग परेशान होते हैं और इस पर ना तो जनप्रतिनिधियों का शिकंजा और ना ही जिला प्रशासन का, जिला परिवहन विभाग अपनी मनमानी से बाज नहीं आ रहा है टीकमगढ़ जिले के परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली पर लोग लगातार सवाल उठाते हैं और अपने छोटे छोटे से कार्यों के लिए भी परेशान होते हैं लेकिन कोई भी जनप्रतिनिधि और ना ही जिला प्रशासन के आला अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं देते हैं जनता लगातार इस विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर परेशान है। लेकिन विभाग की कार्यप्रणाली में सुधार नहीं हो पा रहा है जिले वासियों ने जिला प्रशासन के आला अधिकारियों सहित जिले के आला जनप्रतिनिधियों से यह मांग की है कि इस विभाग की कार्यप्रणाली में सुधार किया जाए जिससे कि जिले की जनता को परिवहन विभाग में अपने कार्यों के लिए परेशान ना होना पड़े।

