घटना को पुलिस अधीक्षक मनोहर सिंह मंडलोई ने अत्यंत गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री विक्रम सिंह कुशवाहा और एसडीओपी जतारा श्री अभिषेक गौतम के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी चंदेरा उनि. रश्मि जैन के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की। टीम को आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी एवं चोरी गए मसरूका की बरामदगी के स्पष्ट निर्देश दिए गए।
पुलिस टीम ने तकनीकी विश्लेषण, मुखबिर सूचना एवं साइबर सेल से प्राप्त इनपुट के आधार पर संदिग्धों की तलाश उ0प्र0 के जिला बांदा में शुरू की। वहाँ से प्रमोद उर्फ छोटू पिता राजू अहिरवार (उम्र 21 वर्ष), निवासी ग्राम महोतरा, थाना अतर्रा, जिला बांदा (उ.प्र.) को 25 नवंबर 2025 को गिरफ्तार किया गया। आरोपी के कब्जे से श्री रामचन्द्र जी, श्री लक्ष्मण जी एवं श्री लड्डू गोपाल जी की पीतल मूर्तियाँ, चांदी के मुकुट–कुण्डल तथा पीतल की चौकी बरामद कर ली गई है। आरोपी से आगे की पूछताछ जारी है।
इस सफलता में विशेष योगदान देने वाले पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों में—उनि. रश्मि जैन, उनि. दयाराम चक्रवर्ती, सउनि. करन सिंह यादव, सउनि. रेवाराम सिंह गौंड, प्रआर. बृजेश कुमार शर्मा, प्रआर. अवधेश खरे, आर. योगेन्द्र दांगी, आर. जितेन्द्र, आर. वीरन, आर. अरुण, आर. रूपेश दीक्षित, आर. मोहित यादव, आर. गणेश तथा आर. चालक अरविन्द यादव की भूमिका सराहनीय रही।
टीकमगढ़ पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें, ताकि ऐसे अपराधों पर सतर्क एवं प्रभावी नियंत्रण रखा जा सके। पुलिस अधीक्षक द्वारा इस टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा भी की गई है।

