टीकमगढ़। कार्तिक व्रत स्नान करने वाली महिलाएं देवउठनी एकादशी शुक्रवार 4 नवंबर 2022 को भगवान भोलेनाथ की नगरी कुंडेश्वर में पहुंचीं जहां भगवान भोलेनाथ के दरबार में कतकारियों ने पूजा अर्चना कर अपने व्रत उपवास का धर्म लाभ अर्जित किया इस मौके पर यहां क्षेत्र भर की कार्तिक व्रत स्नान करने वाली महिलाएं पहुंची और पूजा अर्चना की वहीं जिले के अन्य धार्मिक स्थलों पर भी देवउठनी एकादशी के दिन कार्तिक व्रत स्नान करने वाली महिलाएं पहुंचीं और पूजा पाठ किया। उल्लेखनीय है कि कार्तिक व्रत स्नान भगवान श्री कृष्ण की भक्ति को लेकर किया जाता है जहां यह व्रत स्नान पूरे 1 माह का होता है जिसमें पूरे 1 माह तक कार्तिक स्नान व्रत करने वाली महिलाएं व्रत रखती हैं और भगवान श्री कृष्ण की भक्ति में लीन रहती हैं और रोजाना तड़के सुबह से जलाशयों पर पहुंचकर पूजा अर्चना करती हैं कार्तिक व्रत स्नान महिलाओं का खाता और भक्ति मय व्रत माना जाता है जिसका धर्म लाभ भगवान कृष्ण की भक्ति से जुडा़ हुआ है सदियों से चली आ रही यह कार्तिक स्नान की परंपरा है जिसमें महिलाएं कार्तिक का व्रत रखकर कर भगवान श्री कृष्ण की लीला और उनकी भक्ति को प्राप्त करने के उद्देश्य से यह कार्तिक व्रत स्नान किया जाता है। कतकारियों का यह व्रत स्नान बीते 9 अक्टूबर 2022 को प्रारंभ हुआ था और आगामी 8 नवंबर 2022 को यह व्रत स्नान विधि विधान से पूजा अर्चना के पश्चात समाप्त होगा।

